सुनील लहरी ने बताया कि निर्माताओं को लगा कि श्रीराम के लिए जो चेहरा है उसके लिए कुणाल सिंह फिट हैं। वहीं भरत के किरदार के लिए अरुण गोविल का चयन किया गया था। उन्होंने कहा अरुण गोविल ने कहा कि यदि वह रामायण में काम करेंगे तो भगवान श्रीराम का रोल करेंगे नहीं तो नहीं करेंगे। किसी वजह से बात नहीं बनी फिर अरुण गोविल को भगवान श्री राम के रोल के लिए बुलाया गया।
कुणाल सिंह ने बताया कि उनकी ब्लॉकबस्टर फिल्म गंगा किनारे मोरा गांव मुंबई के मिनर्वा थियेटर में कई दिनों तक चली। मिनर्वा में ही शोले फिल्म प्रदर्शित की गई थी। इसके बाद फिल्म इंडस्ट्री में यह चर्चा होनी शुरू हो गई, यह कौन क्षेत्रीय फिल्म अभिनेता है जिनकी फिल्में मिनर्वा में चलती है। इसी दौरान रामानंद सागर ने मुझे एक भोजपुरी फिल्म के लिए अनुबंधित किया। इसके बाद मैं अन्य फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त हो गया।