इससे साथ ही एक्ट्रेस ने मां नहीं बनने का दर्द भी साझा किया। एक इंटरव्यू के दौरान मनीषा ने कहा कि वो भी मां बनना चाहती हैं। कैंसर के बाद उन्हें इससे जूझना पड़ा है। लेकिन अब उन्होंने इसे अपना लिया है कि वह मां नहीं बन पाएंगी, जिससे उन्हें शांति मिलती है।
मनीषा कोइराला ने कहा, मेरे जीवन में, कहीं न कहीं, अधूरी चीजें हैं। आप जैसे-जैसे बड़े होते हैं, आप अपनी वास्तविकता को स्वीकार करते हैं। ऐसे बहुत से सपने हैं जिनके बारे में आपको एहसास होता है कि वे पूरे नहीं होंगे और आप उससे समझौता कर लेते हैं। मातृत्व उनमें से एक है।
एक्ट्रेस ने कहाल डिम्बग्रंथि का कैंसर होना और मां न बन पाना बहुत कठिन था। मगर मैंने इसके साथ शांति बना ली थी। मैंने खुद से कहा कि जो बीत गया वह अतीत में है। अब मेरे पास जो है उसमें मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ करना है। मैंने बच्चा गोद लेने के बारे में बहुत सोचा। मुझे एहसास हुआ कि मैं बहुत जल्दी तनावग्रस्त हो जाती हूं। मुझे चिंता भी बहुत जल्दी हो जाती है। इसलिए काफी सोचने के बाद मैंने इससे समझौता कर लिया।
उन्होंने कहा, मेरे पास जो भी है, उनके साथ मुझे खुश रहना होगा। मेरे पास बूढ़े माता-पिता हैं, जिनसे मैं बहुत प्यार करती हूं। मैं उनकी आंखों का तारा हूं। मैं अब अक्सर उनके साथ समय बिताने के लिए अपने घर काठमांडू जाती रहती हूं।