दरअसल हाल ही में हुए दिल्ली एनसीआर में पटाखों की बिक्री के बैन पर कुछ लोगों ने सपोर्ट किया तो कुछ ने विरोध। मसाबा ने भी इस बैन का सपोर्ट किया, लेकिन लोगों ने मसाबा का साथ देने की जगह उनके लिए सोशल मीडिया पर गलत शब्दों का उपयोग कर दिया।
लोगों ने उन्हें 'बास्टर्ड चाइल्ड' और 'नाजायज' तक कह दिया। मसाबा ने इसके जवाब में अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि हाल ही में मैंने सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले को रिट्वीट किया जिसमें पटाखों पर बैन की बात कही गई थी और जैसा कि हमेशा होता है कि अगर आप किसी मुद्दे पर अपनी राय रखते हैं तो लोग आपको ट्रोल करने लगते हैं, मेरे साथ भी वैसा ही हुआ।