इस विशेष आयोजन में जो बड़ी हस्तियां शामिल होंगी, उनमें कई जाने-माने गीतकार, संगीतकार और गायकों का शुमार है। ऐसे दिग्गज नामों में अलका याग्निक, उदित नारायण, कुणाल गांजावाला, सुरेश वाडकर, शान, सुदेश भोसले, शब्बीर कुमार, नितिन मुकेश, ललित पंडित, शैलेंद्र सिंह, संजय टंडन, अन्नू मलिक, रिचा शर्मा, मधुश्री, जसपिंदर नरूला, साधना सरगम, स्नेहा पंत, संजीवनी भेलांडे, बेला सुलाखे, हर्षदीप कौर जैसी कई हस्तियां शामिल हैं जो दिवगंत लता मंगेशकर के कालजयी गीतों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
इस ख़ास कार्यक्रम के दौरान जावेद अख़्तर, संगीतकार आनंदजी भाई, प्यारेलालजी, विशाल भारद्वाज और हिमेश रेशमिया के भी उपस्थित रहने की उम्मीद जताई जा रही है।
संजय टंडन कहते हैं, किसी भी आम परिवार की तरह ही ISAMRA भी तमाम गायकों और संगीतकारों की तरह एक बड़ा परिवार है। ऐसे में यह बहुत ज़रूरी जो जाता है कि यह परिवार समय-समय पर मुलाक़ात करे और एक-दूसरे का हाल-चाल जाने। मुझे इस बात की बेहद ख़ुशी है कि लता मंगेशकर ने रॉयल्टी का जो मुद्दा 60 के दशक में उठाया था, उसे अब ISAMRA के अंतर्गत सुलझा लिया गया है।