कभी सेल्समैन का काम करते थे सिंगर शान, जिंगल्स गाकर मिली पहचान

WD Entertainment Desk

सोमवार, 30 सितम्बर 2024 (12:45 IST)
बॉलीवुड के जानेमाने सिंगर शान (शांतनु मुखर्जी) 52 वर्ष के हो गए हैं। 30 सितंबर 1972 को एक बंगाली परिवार में जन्मे शान को गायन की प्रतिभा उनके पिता और दादा से विरासत में मिली है। शान के दादा जाहर मुखर्जी एक प्रसिद्ध गीतकार थे, जबकि उनके पिता मानस मुखर्जी एक संगीत निर्देशक थे। शान की बहन सागरिका भी एक गायिका हैं।
 
घर में शुरू से संगीत का माहौल होने के कारण शान का बचपन से ही संगीत की तरफ रुझान रहा था। उन्होंने महज चार साल की उम्र में गाना शुरू कर दिया था। शुरुआत में शान विज्ञापनों के लिए जिंगल गाते थे। बॉलीवुड में उन्होंने 17 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी। पिता की मृत्यु के बाद शान पर घर की ज़िम्मेदारियां आ गयीं लेकिन उन्होंने इन ज़िम्मेदारियों के साथ अपने पिता का भी सपना पूरा किया। 
 
शान ने एक बुटीक में सेल्समैन का काम भी किया। उन्होंने पैसा कमाने के लिए बच्चों को पार्ट टाइम ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया। उन्होंने अपने गायन की शुरुआत जिंगल्स के साथ की उसके बाद उन्होंने रीमिक्स और कवर वर्जन भी गाने शुरू किए। शान ने जब पहली बार किसी फिल्म में गाना गाया, तो उनकी उम्र महज 17 साल की थी। 
 
वर्ष 1989 में प्रदर्शित फिल्म 'परिंदा' के लिए उन्हें एक ही लाइन गाने का अवसर मिला था। इस दौरान उन्होंने आरडी बर्मन का गाना 'रूप तेरा मस्ताना' का रिमिक्स गाना गाया, जिससे उन्हें काफी लोकप्रियता मिली। शान और उनकी बहन ने मैग्नासाउंड रिकॉर्डिंग कंपनी के साथ अनुबंध किया और कुछ सफल एल्बम रिकॉर्ड किए, जिसमें हिट एल्बम नौजवान और उसके बाद क्यू-फंक शामिल है। वह अपनी एलबम लव-ऑलॉजी से काफी चर्चा में आने लगे। 
 
शान को असली पहचान उनके लिखे गाने 'भूल जा' और 'तन्हा दिल' से मिली थी। उनके यह दोनों गानें 1999 में रिलीज हुए थे। शान को तन्हा दिल के लिए सर्वश्रेष्ठ एकल एल्बम के लिए एमटीवी एशिया पुरस्कार से भी नवाजा गया। उन्होंने 2004 में अपनी बहन के साथ मिलकर बंगाली एल्बम तोमर आकाश रिलीज़ किया, जिसमें उनके पिता के अप्रकाशित गाने शामिल थे। वर्ष 2006 में उन्होंने एमएलटीआर के साथ एक गाना रिलीज़ किया 'टेक मी टू योर हार्ट'।
 
शान ने 1999 में फिल्म प्यार में कभी कभी से पार्श्व गायन में पदार्पण किया और इस फिल्म में उन्होंने दो गाने गाए जिसमें 'मुसु मुसु हसी' गीत ने दर्शकों के दिलों में तुरंत जगह बना ली और युवाओं को बहुत पसंद आया। शान ने वर्ष 2000 से 2006 के बीच ज़ी टीवी पर टेलीविजन शो 'सा रे गा मा पा' की मेजबानी की। गायकी के अलावा शान, संगीतकार, अभिनेता और टेलीविजन होस्ट की भूमिका भी निभा चुके हैं। 
 
शान 'दमन : ए विक्टिम ऑफ मैरिटल वायलेंस' फिल्म में अभिनय भी किया है। इसके अलावा जमीन और हंगामा जैसी फिल्मों में अपने गाने में नजर भी आ चुके हैं। इसके अलावा वह टीवी पर 'सारेगामापा', 'सारेगामापा लिटिल चैम्प्स', 'स्टार वॉयस ऑफ इंडिया' और 'म्यूजिक का महामुकबला' सहित कई अन्य शोज में भी नजर आए हैं। शान ने हिंदी के अलावा बंगाली, मराठी, उर्दू, तेलुगु और कन्नड़ भाषा में भी गाने गाए हैं। 
 
शान ने राधिका मुखर्जी से शादी की है। दोनों साल 2003 में शादी के बंधन में बंध गए थे। इस शादी से दोनों को दो बेटे हैं, जिनका नाम सोहम और शुभ है। शान ने फिल्म फ़ना से गीत 'चांद सिफारिश' और फिल्म सांवरिया से 'जब से तेरे नैना' के लिए सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्वगायक का फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीता है। इसके अलावा उन्होंने सर्वश्रेष्ठ गीत पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ शीर्षक संगीत गीत पुरस्कार जैसे कई पुरस्कार हासिल किए हैं।
 

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