खबरें आई थीं कि फिल्म एक बॉयोपिक है परंतु भारद्वाज ने साफ कर दिया कि यह फिल्म उस दौर की किसी अभिनेत्री की जिंदगी की कहानी नहीं है। भारद्वाज ने कहा, "रंगून एक प्रेम त्रिकोण है। जिसका समयकाल द्वितीय विश्वयुद्ध है। उस समय का माहौल बनाया गया है परंतु फिल्म पूरी तरह से काल्पनिक है।"
फिल्म में कंगना रनौट एक अभिनेत्री जूलिया के किरदार में हैं और सैफ अली खान एक फिल्मकार हैं जो कंगना से प्यार करते हैं। शाहिद कपूर एक सैनिक हैं जिनका नाम नवाब मलिक है जो जूलिया से प्यार कर बैठता है। भारद्वाज ने कहा, "यह निश्चिततौर पर किसी की जिंदगी से प्रेरित नहीं है। चाहे वह न डरने वालीं नाडिया हों, मिस ज़ुबेनिसा, मिस पद्मा या रमोला। रंगून एक पीरियड ड्रामा है जिसमें सेंटर में एक त्रिकोणीय प्रेम कहानी है। यह एक बॉयोपिक नहीं है।"