इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर और लॉ स्टूडेंट शर्मिष्ठा पनोली को बीते दिन कोलकाता पुलिस ने गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था। शर्मिष्ठा पर ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें वह धर्म विशेष पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रही थीं।
कंगना ने कहा, कानून व्यवस्था के नाम पर किसी को परेशान करना ठीक नहीं है। जब कोई माफी मांग लेता है और पोस्ट डिलीट कर देता है, लेकिन उसे जेल में डालना, उसे प्रताड़ित करना, उसका करियर खत्म करना और उसके चरित्र पर सवाल उठाना बहुत गलत है। किसी भी बेटी के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा, मैं पश्चिम बंगाल सरकार से आग्रह करती हूं कि राज्य को उत्तर कोरिया बनाने की कोशिश न करें। सभी के पास लोकतांत्रिक अधिकार है। उन्होंने अपनी अभद्र टिप्पणी के लिए माफी मांगी है। शर्मिष्ठा ने अपने वीडियो में कुछ अनुचित शब्दों का इस्तेमाल किया, लेकिन ऐसा शब्द आजकल ज्यादातर युवा इस्तेमाल करते हैं। उन्हें जल्द रिहा किया जाना चाहिए।
इतना ही नहीं नीदरलैंड (डच) संसद के सदस्य गिर्ट विल्डर्स ने भी शर्मिष्ठा का सपोर्ट किया है। उन्होंने पीएम मोदी से अपील की है कि वे शर्मीष्ठा के अधिकारों की रक्षा करें। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, बहादुर शर्मीष्ठा पनोली को रिहा करो। उन्हें गिरफ्तार करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए शर्मनाक है। पाकिस्तान के बारे में सच बोलने के लिए उन्हें सजा न दें। उनकी मदद करें।