रिलीज़ से पहले ही पता चल गई 'अय्यारी' की कहानी

फिल्म 'अय्यारी' को कुछ समय पहले सेंसर बोर्ड की रोक का सामना करना पड़ा था। सेंसर बोर्ड का सर्टिफिकेट फिल्म को नहीं मिल पा रहा था क्योंकि मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस के अधिकारियों ने स्क्रीनिंग के बाद फिल्म में कुछ बदलावों की मांग रखी थी। इन मांगो को पूरा करने के बाद सीबीएफसी ने फिल्म को यू/ए सर्टिफिकेट दिया और अब फिल्म 16 फरवरी को रिलीज हो रही है। हालांकि लोग यह समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर फिल्म ऐसा था क्या जिसे बदलना पड़ा। तो अब इसकी खबर भी मिल गई है। 
 
फिल्म में लीड एक्टर्स सिद्धार्थ मल्होत्रा और मनोज वाजपेयी सेना अधिकारी बने हैं। इसलिए सभी को लगा कि फिल्म में कहीं सेना से जुड़े मामले तो नहीं दिखाए गए हैं। लेकिन ऐसा कुछ नहीं था। दरअसल इसमें बदलाव का मुद्दा आदर्श हाउसिंग घोटाले का था। आदर्श हाउसिंग सोसाइटी का निर्माण कोलाबा के युद्ध में शहीद हुए जवानों के परिवारों और रक्षा कर्मियों के लिए किया गया था। लेकिन इसे राजनेताओं, नौकरशाहों और सैन्य अधिकारियों ने कथित रूप से लैंड ओनरशिप, ज़ोनिंग, फ्लोर स्पेस इंडेक्स और सदस्यता के तौर पर कम बाजार दर पर सार्वजनिक संपत्ति के रूप में हड़पने की कोशिश की थी। इस घोटाले का खुलासा नवंबर 2010 में हुआ, जिसके बाद महाराष्ट्र के उस वक़्त के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने इस्तीफा दे दिया था। 
 
इसका मामला काफी लंबा चला था। इसी पर रोशनी डाली गई है इस फिल्म में। फिल्म में कई घोटालों को उजागर किया गया है उनमें से आदर्श घोटाला एक है। नीरज पांडे की यह फिल्म 16 फरवरी को रिलीज़ हो रही है। इसमें सिद्धार्थ मल्होत्रा, मनोज वाजपेयी के साथ रकुल प्रीत, नसीरुद्दीन शाह भी हैं। 

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