द हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया के साथ बात करते हुए यश ने कहा कि केजीएफ चैप्टर 2 के बाद वो अपनी अगली फिल्म 'टॉक्सिक' के लिए लॉस एंजेलिस में थे और हॉलीवुड के काम करने के तौर तरीके सीख रहे थे। वहीं पर वो टॉक्सिक के लिए वीएफएक्स के लिए विजुअल इफेक्ट्स कंपनी DNEG और प्राइम फोकस के मालिक नमित मल्होत्रा मिले, जो रामायण पर भी काम कर रहे और फिल्म के को-प्रोड्यूसर भी है।
यश ने बताया कि वे उनके जुनून और इस मामले पर उनकी सोच से प्रभावित हुए। इसके बाद नमित ने उनसे पूछा कि क्या वे रावण की भूमिका के लिए फिल्म का हिस्सा बनना चाहते हैं। यश ने कहा, उन्हें इस बात से कोई मतलब नहीं है कि फिल्म में किरदार विलेन है या हीरो लेकिन रोल दमदार होना चाहिए।
यश ने कहा, अगर एक किरदार को किरदार की तरह ट्रीट किया जाएगा, तो मुझे ऐसी कोई हिचक नहीं है। अगर आज ऐसा नहीं होता तो इस फिल्म का बनना भी मुश्किल होता। क्योंकि इस तरह के बजट के साथ ऐसी फिल्म बनाने के लिए आपको ऐसे एक्टर्स की जरूरत होती है जो खुद से ऊपर उठकर, खुद के स्टारडम से ऊपर उठकर, प्रोजेक्ट के लिए काम करें और विजन को सबसे ऊपर रखें।