सुनील शेट्टी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, मुझे लगता है कि बॉलीवुड बनाम साउथ इंडस्ट्री का विवाद सोशल मीडिया पर क्रिएट किया गया है। हम भारतीय हैं और अगर ओटीटी प्लेटफॉर्म को देखा जाए तो वहां भाषा मैटर नहीं करती, कॉन्टेंट मैटर करता है।
उन्होंने कहा, इसी तरह बॉलीवुड बनाम साउथ इंडस्ट्री का फर्क यही है। मैं भी साउथ से आता हूं, लेकिन मेरी कर्मभूमि मुंबई है तो मैं मुंबईकर कहलाया जाता हूं। सच्चाई यह है कि ऑडियन्स यह निर्णय ले रही है कि कौन सी फिल्म उन्हें देखनी चाहिए और कौन सी नहीं देखनी चाहिए।
सुनील शेट्टी ने कहा, मेरी परेशानी एक ही है कि हम शायद कहीं न कहीं हम ऑडियन्स को भूल चुके हैं। हम उन्हें सही ढंग से केयर नहीं कर रहे हैं। सिनेमा में हमेशा मुझसे लोग कहते हैं कि सिनेमा हो या ओटीटी, बाप, बाप रहेगा बाकी के फैमिली मेंबर्स, फैमिली मेंबर्स रहेंगे। बॉलीवुड हमेशा बॉलीवुड रहेगा। इंडिया को पहचानेंगे तो बॉलीवुड के हीरोज को तो पहचान ही लेंगे।