गली बॉय के ये 6 क्लासिक डायलॉग आज भी करते हैं दर्शकों को इंस्पायर

WD Entertainment Desk

शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2025 (16:04 IST)
'गली बॉय' ने बॉलीवुड में जो बदलाव लाया, वो सिर्फ कहानी, कास्ट या डायरेक्शन तक सीमित नहीं है। असल खेल तो उन कैरेक्टर्स का है, जो पूरी तरह रियल लगते हैं। मुराद जैसे किरदार फिल्मी नहीं लगते, बल्कि अपने जैसे किसी बंदे की ही कहानी लगती है। यही वजह है कि लोग उनसे कनेक्ट करते हैं और वो दिलों में बस जाते हैं।
 
रणवीर सिंह के आइकॉनिक कैरेक्टर मुराद अहमद के जरिए 'गली बॉय' सिर्फ एक फिल्म नहीं रही, बल्कि अपने आप में एक कल्ट हिट बन गई। इसने हर हद को पार कर दिया और ऐसा फैनबेस खड़ा कर दिया, जो किसी एक जगह तक सीमित नहीं रहा। जिसने भी ये फिल्म देखी है, वो मानता होगा कि मुराद के रोल में रणवीर की परफॉर्मेंस उनके सबसे जबरदस्त ऑन-स्क्रीन प्लेआउट्स में से एक है।
 
यहां हमने 'गली बॉय' के 6 क्लासिक डायलॉग चुने हैं, जो न सिर्फ आपको इंस्पायर करेंगे, बल्कि हमेशा के लिए आपके साथ रह जाएंगे। 
 
1. अपना टाइम आएगा - (जो एक नेशनल एंथम बन गया!)
2. कहने को हम पास हैं पर कितनी दूरी है, ये भी कैसी मजबूरी है। मैं ये बहते आंसू पोछूं, उतनी मेरी औकात नहीं है। मैं भी यहीं हूं, तुम भी यहीं हो, पर सच ये है मैं हूं कहीं तुम और कहीं...
3. एक ही रास्ता जिसपे चुप चाप सर को झुकाए हुए, बंद आंखें किए लोग चलते हैं सारे जन्म। चलते-चलते कहीं एक मोड आता है... सीधे रास्ते से बिल्कुल अलग। कोई दीवाना ही होता है जो उधर जाता है...
 
4. अभी कोई और बताएगा मैं कौन है? 
5. तू इतनी डेयरिंग कैसे हैं? नहीं तो इतना सारा जो लाइफ में चाहिए वो मिलेगा कैसे?
6. तेरे अंदर का लावा फटने दे।
 
'गली बॉय' सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक फीलिंग है, एक इमोशन है। जब इसे 92वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी के लिए इंडिया की ऑफिशियल एंट्री चुना गया, तो ये इसके कल्ट स्टेटस का सबूत बन गया। और इस सफर को खास बनाया रणवीर सिंह ने, जिन्होंने मुराद का किरदार इतने रियल और इमानदारी से निभाया कि वो सीधे दिल तक पहुंच गया।

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