अपारशक्ति खुराना ने बताया था कि उन्हें रात-रात भर जागकर फोन पर बात करने की आदत लग गई थी। एक रात उनके पिता जी जगे तो देखते हैं कि फोन ऑन है लेकिन कॉडलेस कहीं मिल नहीं रहा था। बैट्री बचाने के लिए वो कॉडलेस ढूंढने लगे। तभी उन्हें अपारशक्ति के कमरे से आवाज आई। अपारशक्ति को भी एहसास हो गया था कि हॉल में कोई है तो वो फोन पर धीरे से बोलने लगे - 'हैलो -हैलो कोई पास में है होल्ड करो।'
अपारशक्ति को लगा कि उनके पिता कमरे में आएंगे उन्हें देखेंगे और चले जाएंगे इसलिए रजाई में दुबक कर फोन को कान से चिपकाए लेटे रहे, लेकिन उनके पिता ने अचानक रजाई उठा दी। पिता ने एक जोरदार थप्पड़ अपारशक्ति को रसीद कर दिया और कहा कि अभी तो सो जाओ बाकि कल सुबह बात की जाएगी।