इम्तियाज अली ने कहा कि उन्होंने सुभाष घई को हमेशा अपना द्रोणाचार्य माना है, क्योंकि जमशेदपुर में रहकर पढ़ाई करने के दौरान घई की फिल्मों ने उन्हें कहानी कहने की कला सिखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। उनकी फिल्मों का संगीत बहुत लोकप्रिय है और आपके दिल को छू जाता है।
इम्तियाज अली ने कहा, जिस तरह से सुभाष जी ने फिल्म हीरो बनाई थी, उसका मुझ पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा। मैं हमेशा अपने दोस्तों को 'हीरो' की कहानी सुनाया करता था और धीरे-धीरे स्कूल में मेरा झुकाव ड्रामा की ओर हुआ।