लता मंगेशकर अपने पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी थीं। उनकी तीन बहनें मीना, उषा और आशाहैं। उनका एक भाई हृदयनाथ हैं। लता ने पिता की मृत्यु के बाद घर की बड़ी होने के नाते पूरे परिवार की जिम्मेदारियां संभाली थीं। लता मंगेशकर ने कभी शादी नहीं की लेकिन फिर भी वह अपनी मांग में सिंदूर भरती थीं।
तबस्सुम ने लता जी के मांग में सिंदूर भरने की वजह बताते हुए कहाथ था, एक बार मैंने लता जी से सवाल किया था कि दीदी आखिर आप तो कुंवारी हैं, फिर आपकी मांग में सिंदूर है, वो किसके नाम का है।
तबस्सुम ने बताया, इस पर लता मंगेशकर ने मुस्कुराकर कहा, बेटा संगीत मेरा सब कुछ है। संगीत नहीं, तो मैं भी नहीं हूं। लोग कहते हैं न कि, पति परमेश्वर और ये मांग में जो मैं सिंदूर भरती हूं, वही मेरा परमेश्वर है, मेरा सब कुछ संगीत है। इसलिए मैं संगीत के नाम का सिंदूर अपनी मांग में भरती हूं।