अपने निभाए किरदार से दर्शकों के दिलों में सिहरन भर देने वाले प्राण निजी जिंदगी में बेहद नरमदिल और मददगार इंसान थे। वर्ष 1970 में प्रदर्शित फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ की असफलता के बाद शो-मैन राजकपूर टीनएज प्रेमकथा पर आधारित बॉबी का निर्माण कर रहे थे। इस फिल्म के लिए प्राण को राज कपूर लेना चाहते थे, लेकिन प्राण उन दिनों बॉलीवुड में सर्वाधिक पैसे लेने वाले कलाकारों में शमिल थे। राज कपूर की वित्तीय हालत उन दिनों अच्छी नही थी, इसलिए वे चाहकर भी प्राण को अपनी फिल्म के लिए अप्रोच नहीं कर पा रहे थे।
प्राण को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने राज कपूर की बॉबी में काम करने के लिए हां कह दिया और पारिश्रमिक के तौर पर महज एक रुपया शगुन के तौर पर लिया। इसी तरह सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के करियर को संवारने में प्राण के योगदान को भूला नही जा सकता है। बताया जाता है कि प्राण की सिफारिश पर ही प्रकाश मेहरा ने अमिताभ को जंजीर के लिए साइन किया था।
इसी तरह अमिताभ बच्चन ने वर्ष 1997 में रिलीज अपनी कम बैक फिल्म मृत्युदाता का निर्माण किया तब प्राण ने तबीयत खराब होने के बावजूद अमिताभ के कहने पर उनकी फिल्म में काम किया था।(भाषा)