वे राजेश खन्ना से ‘जय शिव शंकर में काम मांगने के लिए उनके दफ्तर पहुंचे। काका अपने केबिन में थे और काम मांगने आए कुछ नौजवानों से मिल रहे थे। अक्षय तीन-चार घंटे तक बैठे रहे और उनका नंबर नहीं आया। आखिर में उन्हें बताया गया कि अब राजेश खन्ना नहीं मिलेंगे। मायूस होकर अक्षय लौटने लगे। उन्होंने उस दिन सोचा भी नहीं था कि जो इंसान आज उनसे मिला नहीं, उसी के वे एक दिन दामाद बनेंगे।