कलाकार कई बार अपनी भूमिकाओं को वास्तविक बनाने के लिए इतनी मेहनत करते हैं कि हैरत होती है। सरबजीत का रोल निभाने के लिए रणदीप हुड्डा कई दिनों तक भूखे-प्यासे रहे थे। राजकुमार राव ने अपनी भूमिका के लिए एक कमरे में कई दिनों तक अकेले बंद रहे थे। ऐसा नहीं है कि आज कल के हीरो ही यह काम करते हैं। पहले के हीरो भी अपनी भूमिकाओं में जान डालने के लिए किसी भी हद तक चले जाते थे।