लाल सिंह चड्ढा की कहानी, रिलीज डेट, कलाकार और निर्देशक: 5 दशकों पर आधारित अनोखी कहानी है आमिर खान की यह फिल्म

सोमवार, 11 जुलाई 2022 (17:44 IST)
लाल सिंह चड्ढा (Laal Singh Chaddha)  की कहानी, रिलीज डेट, कलाकार और निर्देशक : आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा (Laal Singh Chaddha) का दर्शक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं ये फिल्म फॉरेस्ट गंप की ऑफिशियल रीमेक है। लाल सिंह चड्ढा (Laal Singh Chaddha) 5 दशकों की कहानी है जो भारतीय संस्कृति की महत्वपूर्ण घटनाओं के साथ अपने सफर के दौरान कई खूबसूरत लोकेशन्स और इमोशनल टरमॉयल को पेश करने का वादा करती है। लाल (Laal Singh Chaddha) की दुनिया के साथ-साथ कहानी में आमिर खान और करीना कपूर द्वारा निभाई गई लाल सिंह चड्ढा (Laal Singh Chaddha) और कर्मजीत कौर की प्रेम कहानी भी है। इनकी कहानी उनके बचपन से शुरू होती है और 50 साल की उम्र तक चलती है।
 
लाल सिंह चड्ढा (Laal Singh Chaddha) एक असाधारण सिनेमाई अनुभव है क्योंकि लाल सिंह चड्ढा की यात्रा पंजाब के छोटे से शहर से शुरू होती है और वह जीवन में कई प्रमुख मील के पत्थर हासिल करने के लिए दृढ़ है। फिल्म कभी हार न मानने और जो है उसके लिए जान देने का एक उदाहरण है।
 
फिल्म एक ऐसे बच्चे की कहानी है जिसे दौड़ने में खुशी मिलती है। दौड़ने का उसका जुनून उसे जीवन के सबसे प्रभावशाली स्थानों में से एक पर ले जाता है और उसे अपना असली स्वरूप खोजने में मदद करता है। 
 
उसकी कहानी अहम भारतीय ऐतिहासिक घटनाओं के इर्द-गिर्द घूमती है, जहां लाल सिंह चड्ढा (Laal Singh Chaddha) को सेना में शामिल होते हुए, प्यार में पड़ना, मीलों तक दौड़ते हुए, कॉलेज की टीम के लिए दौड़ते हुए, राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जाता है, और इसने अलावा भी बहुत कुछ देखा जा सकता है। 
 
आखिरकार, जीवन में, लाल सिंह चड्ढा (Laal Singh Chaddha) एक सफल बिजनेसमैन बन जाता है। लाल सिंह चड्ढा की सफलता का बड़ा क्रेडिट उनकी मां को जाता है जो अपने बेटे को छोड़ने से इंकार कर देती है और उसे दिल से प्यार करती है।



14 साल पहले आया था इस फिल्म को बनाने का विचार 
4 जुलाई 2008 को कल्ट क्लासिक 'जाने तू... या जाने ना' के प्रीमियर के दौरान, आमिर खान और अतुल कुलकर्णी के बीच आपस में बातचीत हुई थी, जहां दोनों ने सिनेमा के प्रति अपने प्यार और फॉरेस्ट गंप के सिनेमाई आश्चर्य से वे कितने मोहित थे, इस पर चर्चा की थी। दोनों एक्टर्स का मानना था कि ये फिल्म दूर-दूर लोगों तक पहुंचनी चाहिए। इसी बातचीत के बाद अतुल कुलकर्णी ने 'लाल सिंह चड्ढा' लिखने के लिए प्रेरित किया। इस प्रोडक्शन के पीछे का मकसद एक मासूम युवक की कहानी बताना था जो खुशी के साथ जीवन जीने का रास्ता ढूंढता है। आमिर खान प्रोडक्शंस को फॉरेस्ट गंप के अधिकार हासिल करने में लगभग 8 साल लग गए। 
 
100 लोकेशन्स और 200 दिन की शूटिंग 
आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा लगभग 200 दिनों तक शूट की गई है, जो आमिर खान के लिए लगान के बाद शूट की गई सबसे लंबी फ़िल्म है। भारत भर में 100 से अधिक स्थानों पर फिल्माई गई, यह फिल्म दर्शकों को भारत के इतिहास से रूबरू करवाएगी। 


 
मां को आई पसंद 
आमिर खान के लिए उनकी मां का रिव्यू सबसे महत्वपूर्ण है। आमिर खान ने कहा, उनकी मां ने फिल्म की टेस्ट स्क्रीनिंग के बीच 'लाल सिंह चड्ढा' को देखा है। मां ने फिल्म को पसंद किया और उन्हें इसमें से कुछ भी नहीं काटने की सलाह दी। मैं हमेशा अम्मी का पहला रिएक्शन लेता हूं किसी भी चीज के लिए। उसके बाद मैं अपने बच्चों का रिएक्शन लेता हूं। आमिर ने यह भी खुलासा किया कि जब मां को फिल्में पसंद नहीं आती हैं तो वह कैसे प्रतिक्रिया देती हैं। उन्होंने कहा, अम्मी बहुत ही सुलझी हुई प्रतिक्रिया देती हैं। जब चीज उनको पसंद नहीं आती है तो कहती है 'हटाओ, ये क्या बनाया है।' वह अपने कहने के तरीके में बहुत प्यारी है।

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