यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है। यह उन लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करती है जिन्होंने मुंबई पर हुए 26/11 के आतंकी हमले के दौरान लोगों की जान बचाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी। फिल्म ‘अशोक चक्र’ आतंकवाद के खिलाफ एक लड़ाई है।
असाब मनुष्य को ‘मानव बम’ में बदलने का काम करता है। इन मानव बमों का निर्माण बड़े पैमाने पर होता है और उन्हें आतंक फैलाने के लिए कई देशों में भेजा जाता है। असाब समुद्र के रास्ते से मुंबई आता है और शहर में कई लोगों को मार आतंक फैलाता है। आखिर में वह पकड़ा जाता है और उसे फाँसी की सजा होती है।