केन्द्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के संकटमोचक माने जाने वाले वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के लिए शुक्रवार को क्रिकेट के धुरंधर सचिन तेंडुलकर संकटमोचक बन गए।
आम बजट के बाद जब आम तौर पर उदासीनता तथा निराशा का माहौल बन रहा था तभी शाम होते होते सचिन के 100वें शतक ने देश को खुशी और उन्माद से भर दिया।
सचिन ने 12 महीने 4 दिन के लंबे इंतजार के बाद अपना महाशतक लगा कर निराश देशवासियों को अपार हर्ष से भर दिया। उनके शतक से पूरे देश में जश्न का माहौल बन गया।
आम बजट से पहले देश में काफी उत्सुकता का माहौल था। लोगों को उम्मीद थी कि मुखर्जी आम आदमी के हित में सुधारवादी और लोकप्रिय बजट पेश करेंगे, लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि उनके बजट में ऐसा कुछ नहीं था।
मुखर्जी के बजट में आम आदमी के हित में कुछ खास घोषणाएं नहीं होने से लोगों में काफी निराशा और उदासीनता भर गई थी। ऐसे में सचिन के शतक से न सिर्फ चारों ओर खुशी और जश्न का माहौल बन गया बल्कि बजट की ओर से लोगों का थोड़ी देर के लिए ही सही ध्यान हट गया। (वार्ता)