AI हादसे की शुरुआती रिपोर्ट ने खड़े किए सवाल, क्या हैं DGCA के नए आदेश

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

सोमवार, 14 जुलाई 2025 (19:12 IST)
preliminary report of Ahmedabad plane crash: एयर इंडिया के सीईओ (Air India CEO Campbell Wilson) ने कहा कि पिछले महीने एयर इंडिया की उड़ान संख्या एआई171 के दुर्घटनाग्रस्त होने की प्रारंभिक रिपोर्ट ने और अधिक प्रश्न खड़े कर दिए हैं। उन्होंने पायलटों और विमान की फिटनेस का बचाव करते हुए कहा कि रिपोर्ट में किसी भी यांत्रिक या रखरखाव संबंधी मुद्दे का उल्लेख नहीं किया गया है। दूसरी ओर, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने सभी भारतीय रजिस्टर्ड फ्लाइट्स के इंजन फ्यूल स्विच की अनिवार्य जांच के आदेश जारी किए हैं। 
 
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) कैम्पबेल विल्सन ने कहा कि अहमदाबाद में 12 जून को हुई विमान की दुर्घटना की जांच अभी पूरी नहीं हुई है, लिहाजा लोगों को जल्दबाजी में कोई निष्कर्ष नहीं निकालने चाहिए। इस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से एक को छोड़कर सभी की मौत हो गई थी तथा विमान के एक इमारत से टकराने के कारण 19 अन्य लोगों की जान चली गई थी। ALSO READ: Viral Video : जलता होस्टल और बालकनी से कूदते छात्र, अहमदाबाद विमान हादसे का नया खौफनाक वीडियो
 
एयरलाइन के कर्मचारियों को भेजे गए एक आंतरिक ज्ञापन में उन्होंने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट के जारी होने से हमारे साथ-साथ दुनिया को भी जो कुछ हुआ उसके बारे में अतिरिक्त विवरण मिलने लगे। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि इससे न केवल अधिक स्पष्टता मिली, बल्कि अतिरिक्त प्रश्न भी उठे।
 
ईंधन की गुणवत्ता में समस्या नहीं : उन्होंने कहा कि ईंधन की गुणवत्ता में कोई समस्या नहीं थी और ‘टेक-ऑफ रोल’ में भी कुछ असामान्य नहीं था तथा पायलटों ने उड़ान से पहले श्वास विश्लेषक परीक्षण पास कर लिया था और उनकी चिकित्सा स्थिति के संबंध में कुछ भी असामान्य नहीं पाया गया था। ‘टेक ऑफ रोल’ वह चरण होता है जब एक विमान रनवे (हवाई पट्टी) पर दौड़ता है ताकि वह उड़ान भरने के लिए पर्याप्त गति प्राप्त कर सके।
 
इस घातक दुर्घटना के कारणों को लेकर विभिन्न हलकों में चल रही अटकलों के बीच एयर इंडिया के प्रमुख ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट में न तो कोई कारण बताया गया है और न ही कोई सिफारिश की गई है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे समय से पहले कोई निष्कर्ष निकालने से बचें, क्योंकि जांच अभी पूरी नहीं हुई है। ALSO READ: अहमदाबाद प्लेन क्रैश : हादसे वाली जगह से 70 तोले सोने समेत क्या क्या मिला?
 
शनिवार को जारी की प्रारंभिक रिपोर्ट : वायु यान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (एएआईबी) ने एयर इंडिया के बोइंग 787-8 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर शनिवार को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की जिसमें 12 जून को 260 लोग मारे गए थे। विल्सन ने कर्मचारियों को दिए एक संदेश में कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट में विमान या इंजन में कोई यांत्रिक या रखरखाव संबंधी समस्या नहीं पाई गई है तथा अनिवार्य रखरखाव संबंधी सभी कार्य पूरे किए जा चुके थे।
 
विल्सन ने कहा कि दुर्घटना के कुछ दिनों के भीतर अत्यधिक सावधानी बरतते हुए और डीजीसीए की निगरानी में बेड़े में शामिल प्रत्येक बोइंग 787 विमान की जांच की गई और उन्हें सेवा के लिए उपयुक्त पाया गया है। उन्होंने कहा कि हम सभी विमानों की आवश्यक जांच जारी रखेंगे और भविष्य में भी जिस भी जांच की सिफारिश अधिकारी करेंगे, वह भी की जाएगी।
 
सीईओ ने कहा कि एयरलाइन जांचकर्ताओं के साथ सहयोग करना जारी रखेगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके पास गहन और व्यापक जांच करने के लिए आवश्यक सभी जानकारी मौजूद हो। उन्होंने कहा कि पिछले 30 दिनों के दौरान ऐसी अटकलों, आरोपों, और सनसनीखेज सुर्खियों का एक दौर चलता रहा, जिनमें से कई बाद में गलत साबित हो गए।
 
हम अपने लक्ष्य से भटकें नहीं : विल्सन ने कहा कि जब तक कोई अंतिम रिपोर्ट या कारण प्रस्तुत नहीं किया जाता, तब तक निस्संदेह नयी अटकलें तथा और भी सनसनीखेज सुर्खियां सामने आती रहेंगी... हम अपने मुख्य लक्ष्यों से भटकें नहीं : शोकसंतप्त और घायल लोगों के साथ खड़े रहें, एक टीम के रूप में मिलकर काम करें और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को एक सुरक्षित व विश्वसनीय हवाई यात्रा अनुभव प्रदान करें।
 
उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि एयरलाइन को अपने कार्य पर केंद्रित रहना चाहिए और ईमानदारी, उत्कृष्टता, ग्राहकों पर ध्यान, नवाचार और सामूहिक रूप से काम करने जैसे मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहना चाहिए। एएआईबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एयर इंडिया की उड़ान एआई-171 के दोनों इंजन में ईंधन पहुंचाने वाले स्विच उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड में बंद हो गए थे जिससे वह तुरंत ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
 
पायलटों को बदनाम न करें : पंद्रह पन्नों की रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘कॉकपिट वॉयस रिकार्डिंग’ में सुना गया कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने ईंधन क्यों बंद किया तो जवाब मिला कि उसने ऐसा नहीं किया। ‘इंडियन कॉमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन’ (आईसीपीए) ने रविवार को कहा कि पिछले महीने दुर्घटनाग्रस्त एआई171 उड़ान के चालक दल ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अपने प्रशिक्षण और जिम्मेदारियों के अनुरूप काम किया तथा पायलटों को अटकलों के आधार पर बदनाम नहीं किया जाना चाहिए।
 
क्या कहा डीजीसीए ने : विमानन नियामक डीजीसीए ने सोमवार को एयरलाइन कंपनियों से अपने बोइंग 787 और 737 विमानों में ‘फ्यूल स्विच लॉकिंग’ प्रणाली की जांच करने को कहा। यह कदम एयर इंडिया के बोइंग 787 विमान की दुर्घटना की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के कुछ दिन बाद आया है। जांच रिपोर्ट में पाया गया था कि पिछले महीने हुई दुर्घटना से ठीक पहले स्विच बंद कर दिए गए थे।
 
संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) ने 2018 में 787 और 737 सहित बोइंग विमानों के कुछ मॉडल में ईंधन नियंत्रण करने वाली ‘स्विच लॉकिंग’ सुविधा में खराबी की आशंका का संकेत किया था। एसएआईबी के एक विशेष उड़ान योग्यता सूचना बुलेटिन में इसका उल्लेख किया गया था, हालांकि इसमें कोई ऐसा संकेत नहीं था, जिससे यह मुद्दा सुरक्षा संबंधी चिंता का विषय लगे।
 
डीजीसीए ने सोमवार को कहा कि उसके संज्ञान में आया है कि कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू परिचालकों ने एफएए के एसएआईबी के अनुसार अपने विमान बेड़े का निरीक्षण शुरू कर दिया है। नियामक ने कहा कि प्रभावित विमान का परिचालन करने वाली सभी एयरलाइन कंपनियों को सलाह दी जाती है कि वे 21 जुलाई, 2025 से पहले निरीक्षण पूरा कर लें। निरीक्षण पूरा होने के बाद निरीक्षण योजना और रिपोर्ट संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय के साथ ही इस कार्यालय को दी जाएगी। ईंधन नियंत्रण स्विच विमान के इंजन में ईंधन के प्रवाह को नियंत्रित करते हैं।
 
एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, अकासा एयर और स्पाइसजेट उन घरेलू एयरलाइंस में शामिल हैं जो बोइंग 787 और 737 विमानों का परिचालन करती हैं।(एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

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