नई दिल्ली। खेल को शुरू से ही प्रोत्साहित करती आ रही भारतीय रेलवे ने आज निर्णय किया कि राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार और ध्यानचंद पुरस्कार विजेता खिलाड़ियों को मुफ्त रेल यात्रा की सुविधा मिलेगी जो प्रथम और द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित कोचों में यात्रा के लिए मान्य होगी।
रेल मंत्री बनने के बाद अपना पहला बजट पेश करते हुए पवन कुमार बंसल ने लोकसभा में कहा कि ओलिंपिक पदक विजेताओं एवं द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेताओं को मिलने वाले मुफ्त पास अब अर्जुन पुरस्कार विजेताओं की भांति राजधानी और शताब्दी गाड़ियों में यात्रा के लिए मान्य होंगे।
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को दिए गए सभी पासों, जिनसे वे राजधानी या शताब्दी गाड़ियों में यात्रा कर सकते हैं, अब वे उन्हीं पास पर दूरंतो गाड़ियों में भी यात्रा कर सकेंगे।
खिलाड़ियों को लेकर बंसल की इन घोषणाओं पर सदन में बैठे सभी सदस्यों ने मेजें थपथपाकर स्वागत किया।
बंसल ने कहा कि रेलवे के खिलाड़ी सुशील कुमार ने 2012 के लंदन ओलिंपिक में पदक जीतकर लगातार दो बार ओलिंपिक पदक जीतने का कारनामा कर दिखाया है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष रेलवे नौ राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं पहले ही जीत चुकी है और रेलवे खेलकूद संवर्धन बोर्ड को राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार 2012 से सम्मानित किया गया है। (भाषा)