नई दिल्ली। यात्रियों की मदद के लिए स्टेशनों पर मौजूद रहने वाले कुलियों को अब नई वर्दी मिलेंगी तथा उन्हें 'सहायक' कहकर पुकारा जाएगा। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को लोकसभा में रेल बजट पेश करते हुए यह घोषणा की।
उन्होंने कहा कि कुलियों को विशेष तरह का प्रशिक्षण देने और उन्हें सामूहिक बीमा सुविधा उपलब्ध कराने की संभावना का पता लगाएगी।
रेलमंत्री ने कहा कि रेलवे की छवि सुधारने के तहत कुलियों को नई वर्दी देने के साथ-साथ यात्रियों के साथ सम्मान व्यवहार करने के लिए उन्हें समुचित प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। (वार्ता)