नई दिल्ली। भारतीय रेल अपनी दो कंपनियों आईआरएफसी और रेल विकास निगम लिमिटेड के जरिए वर्ष 2016-17 के दौरान बाजार से 20 हजार करोड़ रुपए का ॠण जुटाएगी, जो कि चालू वित्त वर्ष में इस मद में जुटाई गई राशि के संशोधित अनुमान से 69 फीसदी अधिक है।
रेलमंत्री सुरेश प्रभु द्वारा गुरुवार को संसद में पेश किए गए वर्ष 2016-17 के बजट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के लिए बाजार ॠण का संशोधित अनुमान करीब 11,848 करोड़ रुपए है जो पूर्व के अनुमान 17,655 करोड़ रुपए से नीचे है।
वर्ष 2015-16 के दौरान आईआरएफसी ने संशोधित अनुमान के अनुसार, बाजार से 11,591.66 करोड़ रुपए जबकि आरवीएनएल ने 255.90 करोड़ रुपए जुटाए थे। इसके अलावा, रेलवे विभिन्न प्रकार की भागीदारी के जरिए भी 18,340 करोड़ रुपए का निवेश होने की उम्मीद लगा रहा है।
उन्होंने कहा, हमने संस्थागत वित्त के जरिए अपनी परियोजनाओं के लिए धन जुटाने का एक नया तरीका पेश किया है। एलआईसी बेहद फायदेमंद शर्तों पर पांच साल के लिए 1.5 लाख करोड़ रुपए निवेश करने पर सहमत हो गया है। हम रेलवे परियोजनाओं को वित्त उपलब्ध कराने के लिए बहुपक्षीय मदद के साथ एक कोष स्थापित करने की दिशा में भी बढ़ रहे हैं। (भाषा)