श्वेंक ने कहा, हमने भारत में इलेक्ट्रिक वाहन रणनीति बनाने के लिए कदम-दर-कदम रुख अपनाया है। ईक्यूसी भारत में पहले छह बाजारों में उपलब्ध कराई गई और धीरे-धीरे इसका विस्तार किया गया। आज हम ईक्यूसी के साथ 50 शहरों में हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या ईक्यूएस की स्थानीय स्तर पर असेंबलिंग के बाद भारत में भविष्य के ईवी मॉडलों को भी असेंबल किया जा सकता है, उन्होंने कहा कि एक तरफ हम योजना बना रहे हैं और वहीं दूसरी ओर विकसित होते वातावरण के अनुरूप काम कर रहे हैं। हमें लगता है कि अब स्थानीय स्तर पर निर्मित ईक्यूएस को लाने का समय है।