कम्प्यूटर अकाउंटेंसी में संभावनाएँ

- डॉ. जयंतीलाल भंडारी

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कम्प्यूटर क्रांति एवं बदलते जमाने के साथ अकाउंटेंसी और अकाउंटेंट के काम करने के तरीके भी काफी बदल गए हैं। कम्प्यूटर ने अकाउंटेंसी को मोटे-मोटे रजिस्टरों और बही खातों से छुटकारा दिला दिया। सरकारी तथा गैर सरकारी महकमों में इनकी जगह अब कम्प्यूटरों ने ले ली है, जिसमें हर तरह के डाटा का अथाह भंडार स्टोर किया जा सकता है।

सभी छोटी-बड़ी कंपनियों को भी अब कॉमर्स एक्सपर्ट के बजाए कम्प्यूटर अकाउंटेंसी में दक्ष व्यक्ति की तलाश होती है। कम्प्यूटर अकाउंटेंसी संबंधी कोर्स फिलहाल निजी क्षेत्र के संस्थानों में ही उपलब्ध हैं, जो कहीं अधिक व्यावहारिक साबित हो रहे हैं। यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में अभी भी कॉमर्स के ट्रेडिशनल कोर्स ही संचालित हैं।

जल्दी नौकरी पाने की आकांक्षा रखने वाले युवाओं के लिए यह क्षेत्र संभावनाओं से भरा हुआ है, क्योंकि कम्प्यूटर अकाउंटेंसी का कोर्स करने के तुरंत बाद नौकरी मिल जाती है। किसी भी विषय समूह से बारहवीं उत्तीर्ण विद्यार्थी छः माह से एक वर्ष के कम्प्यूटर अकाउंटेंसी कोर्स में दाखिला ले सकते हैं।

यदि किसी ने पहले से ही बीकॉम कर रखा है, तो जॉब पाने के लिए कम्प्यूटर अकाउंटेंसी का कोर्स कर लेना उसके लिए बहुत फायदे का सौदा होता है। कम्प्यूटर अकाउंटेंसी का कोर्स करने के उपरांत देश ही नहीं, विदेश में भी रोजगार की उजली संभावनाएँ हैं। कम्प्यूटर अकाउंटेंसी का कोर्स मध्यप्रदेश के लगभग सभी जिलों में उपलब्ध है, जिनमें जानकारी लेकर एवं उपयुक्त पाए जाने पर प्रवेश लिया जा सकता है।

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