डायटीशियन : बेहतर विकल्प

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संतुलित और सही आहार हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है। लिहाजा हमारी शारीरिक जरूरतों के मुताबिक कितने पोषक तत्वों की जरूरत होती है और कौन से खाद्य पदार्थ सेहत को नुकसान पहुँचा सकते हैं, इसका जवाब एक डाइटीशियन ही दे सकता है। जीवनशैली में आ रहे बदलावों और उनके दुष्परिणामों के चलते डाइटीशियन एक बेहतर करियर विकल्प के रूप में उभरा है। अलबत्ता यह पेशा अपनाकर आप अपना ही नहीं, बल्कि दूसरों की सेहत का भी ख्याल बखूबी रख सकते हैं।

बहरहाल अभी भी पोषक तत्वों के मामले में इस जरूरत को लेकर आम लोगों में बहुत ज्यादा जागरूकता नहीं है, फिर भी सेलिब्रिटी व युवा वर्ग इस मामले में काफी सचेत होता जा रहा है। वह खाने-पीने के मामले में डाइटीशियन के मुताबिक बनाए डाइट प्लान को ही फॉलो करता है।

यही वजह कि अब युवाओं में बतौर डायटीशियन करियर बनाने की तरफ रुझान बढ़ा है। एक डायटीशियन को संबंधित व्यक्ति की जीवन शैली, खाने की आदतों, सामाजिक स्तर, आयु और पाचन तंत्र की कार्यक्षमता के आधार पर आहार की सूची बनानी पड़ती है। एक डायटीशियन के रूप में आप नवजात शिशु से लेकर बुजुर्ग, बीमार और खिलाड़ि‍यों तक की डाइट का चार्ट बना सकते हैं। डायटीशियन लोगों को सलाह देता है कि स्वस्थ रहने के लिए उसे किस तरह का भोजन करना चाहिए।

डायटीशियन का कार्य जितना आसान दिखाई देता है वास्तव में वह उतना आसान नहीं है, क्योंकि रोगियों के लिए व्यक्तिगत आहार योजना बनाते हुए विभिन्न क्लीनिकल घटकों को ध्यान में रखना होता है। साथ ही रोगियों की जीवन शैली, खान-पान की आदतों पर भी विचार करना होता है।

कार्पोरेट क्षेत्र में माँग
डायटीशियन अमिषा तापड़ि‍या के मुताबिक कार्पोरेट स्तर पर भी डायटीशियन की माँग बढ़ी है। पाँच सितारा होटलों में भी डायटीशियनों की सेवाएँ ली जाती हैं। यहाँ वे शेफ की मदद से ग्राहकों के लिए संतुलित आहार चार्ट तैयार करते हैं। वे यह सुनिश्चित करने में भी मदद करते हैं कि ग्राहकों को परोसा जा रहा भोजन न सिर्फ खाने लायक हो, बल्कि पौष्टिक भी हो।

मौजूदा वक्त में मल्टीनेशनल कंपनियों में डिब्बाबंद और रेडी टू इट खाद्य पदार्थों का भी काफी चलन है। पिज्जा हट और जंक फूड के पार्लर सारे देश में छाए हुए हैं। यहाँ दाम की प्रतिस्पर्धा के साथ ही ग्राहकों को अच्छी गुणवत्ता और उचित कैलोरी आहार देने के दावे किए जाते हैं। इन सभी क्षेत्रों में डायटीशियनों के लिए बहुत अच्छी संभावनाएँ हैं।

इंटर्नशिप जरूरी
डायटीशियन पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद अनुभव प्राप्त करने के लिए इंटर्नशिप बहुत जरूरी है। ऐसे में आप किसी अस्पताल में इंटर्नशिप कर सकते हैं या किसी डायटीशियन के साथ भी काम कर सकते हैं। अगर आप स्वतंत्र रूप से प्रैक्टिस करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको रजिस्टर्ड डायटीशियन की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है। शैक्षिक योग्यता के साथ-साथ इस पेशे में एक वैज्ञानिक नजरिए की भी बड़ी जरूरत होती है। स्वास्थ्य व पोषण संबंधी विषयों की जानकारी होने के साथ व्यवहार कुशलता भी अनिवार्य है।

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