वर्तमान में मत्स्य पालन क्षेत्र में युवाओं के लिए तेजी से करियर के अवसर हैं। मत्स्य पालन ने अब संगठित इंडस्ट्री का रूप ले लिया है। बड़ी-बड़ी कंपनियां लाभ की संभावनाओं को देखते हुए इस ओर कदम बढ़ा रही हैं। इस क्षेत्र में करियर की अच्छी संभावनाएं हैं।
मत्स्य पालन में करियर बनाने लिए बैचलर ऑफ साइंस इन फिशरीज (बीएफएससी) करना होता है। इसके लिए शैक्षणिक योग्यता 12वीं कक्षा बायोलॉजी विषय के साथ उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इसके मस्त्य पालन से संबंधित छोटी अवधि के कुछ कोर्स भी हैं।
कोर्स के बाद क्या बन सकते हैं- इस कोर्स के बाद आप असिस्टेंट फिशरीज डेवलपमेंट ऑफिसर, डिस्ट्रिक्ट फिशरीज डेवलपमेंट ऑफिसर, असिस्टेंट प्रोफेसर, रिसर्च असिस्टेंट, टेक्नीशियन और बायोकेमिस्ट के पद पर काम कर सकते हैं। फिशरीज में रोजगार की संभावनाओं के साथ पैसा भी है।
आप इन संस्थानों से फिशरीज के कोर्स कर सकते हैं- सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फिशरीज एजुकेशन, मुंबई, महाराष्ट्र। जूनागढ़ एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, गुजरात। राजस्थान एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, बीकानेर, राजस्थान। कॉलेज ऑफ फिशरीज, धोली, बिहार। नेशनल ब्यूरो ऑफ फिश जेनेटिक रिसोर्सेज, लखनऊ, उत्तरप्रदेश। जीबी पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर ऐंड टेक्नोलॉजी, पंतनगर, उत्तराखंड। सेंट्रल इनलैंड फिशरीज रिसर्च इंस्टीट्यूट, पश्चिम बंगाल। पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, लुधियाना, पंजाब। सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फ्रेशवॉटर एक्वाकल्चर, भुवनेश्वर, उड़ीसा। सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फिशरीज टेक्नोलॉजी, कोच्चि, केरल। सेंट्रल मैरीन फिशरीज रिसर्च इंस्टीट्यूट, कोच्चि, केरल।