कंप्‍यूटर आधारि‍त प्रबंधन की है मांग

WDWD
आधुनि‍क औद्योगि‍क परि‍दृश्‍य में कंपनि‍यों की अधि‍कतम कार्य प्रणालि‍याँ कंप्‍यूटर आधारि‍त होती है, जि‍ससे कम समय में बेहतर परि‍णाम दि‍ए जा सकें। इन कंपनि‍यों के कारण ही घरेलू औद्योगि‍क इकाइयों को भी अपना ध्‍यान आधुनि‍कीकरण एवं नवीनीकरण एवं की ओर लगाना पड़ रहा है।

एक मार्केट रि‍पोर्ट के मुताबि‍क भारत में प्रबंधन एवं कंप्‍यूटर के क्षेत्र में रोजगार के लगभग 2 लाख अवसर प्रति‍वर्ष पैदा होते हैं। इनमें सॉफ्टवेयर डवलपमेंट, मेडि‍कल ट्रांसक्रि‍प्‍शन, हार्डवेयर, वि‍त्त, मानव संसाधन, मार्केटिंग एवं रि‍टेल मैनेजमेंट आदि‍ क्षेत्रों रोजगार के सर्वाधि‍क अवसर है।

आजकल कंपनि‍याँ कंप्‍यूटर तथा प्रबंध के क्षेत्र में स्‍नातक छात्रों को भी रोजगार दे रही हैं। तकनीकी एवं प्रबंध के कई स्‍नातक पाठ्यक्रम उपलब्‍ध हैं। जैसे बीसीए, बीएससी (आईटी), बीबीए, बीएससी (बायोटेक्‍नोलॉजी) आदि‍ हैं।

ऐसे कई वि‍श्ववि‍द्यालय है जो बि‍ना गणि‍त के छात्रों को स्‍नातक तथा स्‍नातकोत्‍तर पाठ्यक्रम उपलब्‍ध कराते हैं। जि‍न्‍हें करके एक उज्‍जवल भवि‍ष्‍य की कामना की जा सकती है।

वर्तमान युग में प्रबंधन की महत्‍ता स्‍वत: सि‍द्ध है। आज प्रबंधन के बि‍ना कि‍सी भी क्षेत्र की कल्‍पना नहीं की जा सकती। प्रबंध का क्षेत्र अब केवल प्रशासन या व्‍यवसाय तक ही सीमि‍त नहीं रह गया है बल्‍कि‍ रूरल मैनेजमेंट, हॉस्‍पि‍टल मैनेजमेंट, रि‍टेल आदि‍ मैनेजमेंट कोर्स तक फैल गया है।

वेबदुनिया पर पढ़ें