काम के तनाव को छूमंतर करता है थोड़ा सा ‘फन’

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लगातार काम करने के बाद अगर आपका दिमाग और शरीर दोनों आपका साथ छोड़ने लगे हैं तो आपको जरूरत है बस थोड़े से ‘फन’ की। विशेषज्ञों का मानना है कि काम के दौरान थोड़ी सी मौज-मस्ती कर्मचारियों के दिमागी बोझ को हल्का करती है, जिसका सीधा असर उनकी उत्पादकता पर दिखता है।

दिल्ली स्थित एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी के मार्केंटिंग प्रबंधक अनुज जैन बताते हैं कि वे अपने कर्मचारियों के काम को बोझिल होने से बचाने के लिए समय-समय पर तंबोला जैसे खेलों का आयोजन करते हैं।

जैन ने बताया ‘काम के दौरान खेलों और अन्य गतिविधियों के आयोजन की परंपरा अभी तक विदेशों में ही थी। अब इसे भारत की भी कई कंपनियों में अपनाया जा रहा है, जो कंपनी की उत्पादकता को बढ़ाने में मददगार साबित होता है।’ जैन ने बताया ‘हमारी कंपनी ने कर्मचारियों के लिए तंबोला, पूल और इंडोर गेम की व्यवस्था की हुई है, जो तनाव बढ़ने पर लोगों को काफी राहत देता है। गेम में भाग लेकर लौटे कर्मचारी स्वयं को ताजा महसूस करते हैं और दोगुने उत्साह से काम में जुट जाते हैं।’

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पिछले दिनों येल विश्वविद्यालय में हुए एक शोध में कहा गया था कि लगातार काम के कारण कर्मचारियों को होने वाले तनाव से मुक्ति दिलाने के लिए सिर्फ 15 मिनट का कोई ‘फनगेम’ काफी मददगार साबित हो सकता है।

शोधकर्ताओं ने कई कंपनियों के लगभग 130 कर्मचारियों पर किए शोध के बाद बताया कि पाँच घंटे के काम के दौरान कर्मचारियों को दिए 15 मिनट से कंपनी की उत्पादकता में लगभग 25 फीसदी का इजाफा हुआ।

मनोचिकित्सक डॉ. विनय मिश्रा ने बताया कि लगातार काम का तनाव ओढ़े रहने पर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है।

डॉ. मिश्रा ने कहा ‘अधिकतर कंपनियों में 12 से 14 घंटे काम होता है, जहाँ कंप्यूटर पर बैठे-बैठे काम करने के बाद आप स्वयं को शारीरिक तौर पर भी थका हुआ महसूस करते हैं। इस थकान और इससे उपजी चिड़चिड़ाहट को दूर करने के लिए कंपनियों में अब ‘फन ड्यूरिंग वर्क’ की अवधारणा जन्म ले रही है।’

उन्होंने बताया ‘हमारे शरीर की यांत्रिकी ऐसी है कि उसे लगातार एक ही तरह के काम से ऊबाउपन महसूस होता है। ऐसे में शारीरिक तंत्र के सुचारू तौर पर काम करने के लिए जरूरी है कि थोड़ी-थोड़ी देर में बोझिल हो रहे काम से खुद को दूर किया जाए। दिमाग को थोड़ा सा अलग दिशा में लगाने से वापस उसी कार्य में मानसिक थकान का अनुभव नहीं होता।’ (भाषा)

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