देश में हवाई सेवाओं का विस्तार काफी तेजी से हो रहा है। इस क्षेत्र में जिस गति से प्रगति हो रही है, उसी तरह से हवाई अड्डों के विकास में भी गति आई है। इससे रोजगार की संभावनाएँ भी बढ़ गई हैं।
विमानपत्तन क्षेत्र की बात करें तो सबसे पहले हमें विमान के भीतर के कर्मचारियों की बात ही ध्यान में आती है तथा हम पायलट और एयरलाइंस में काम करने वाले कर्मचारियों के बारे में ही विचार करते हैं, वहीं दूसरी ओर हवाई अड्डे को चलाने वाले कर्मचारियों को भी हम एयरलाइंस के कर्मचारी समझ बैठते हैं, जबकि असलियत यह है कि हवाई अड्डे को कार्यरत बनाए रखने के लिए जो भी कर्मचारी होते हैं, उनके अलग-अलग विभाग होते हैं और बिना इनके कोई भी विमान हवाई अड्डे से उड़ान भरने की कल्पना भी नहीं कर सकता।
देश में जिस तेज गति से हवाई अड्डों का निर्माण हो रहा है, उससे यह साफ है कि भविष्य में हवाई अड्डे पर विभिन्न विभागों में काम करने वाले लोगों की अच्छी खासी माँग बन सकती है। वर्तमान में देश में 136 हवाई अड्डे हैं, जिनमें से 94 भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के पास हैं तथा 82 कार्यरत हैं। देश के हवाई अड्डों में एयरक्रॉफ्ट मूवमेंट 15.4 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है।
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देश में पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के अंतर्गत 5 अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डों का विकास किया जा चुका है और 35 नॉन मेट्रो हवाई अड्डों का विकास तेज गति में हो रहा है। इस कारण इस क्षेत्र में रोजगार की माँग काफी तेजी से बढ़ने वाली है।
किसी भी हवाई अड्डे पर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के माध्यम से ही इंजीनियर, एयर सेफ्टी, सिक्युरिटी आदि के लिए भर्ती होती है, पर इसके अलावा निजी क्षेत्र को भी हवाई अड्डों पर कई प्रकार की सेवाओं के लिए मौका दिया जाता है। हवाई अड्डे पर माल ढुलाई से लेकर रेस्टॉरेंट व कई अन्य ऐसी सुविधाएँ होती है, जहाँ पर युवाओं की जरूरत होती है।
आज मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरू, हैदराबाद जैसे हवाई अड्डे बड़े बिजनेस सेंटर के रूप में विकसित हो चुके हैं। विदेशी हवाई अड्डों की बात करें तब वहाँ के हवाई अड्डे अपनी कुल कमाई का मात्र 40 प्रतिशत हवाई जहाज की आवाजाही से कमाते हैं, बाकी पैसा वे हवाई अड्डे के भीतर से कमाते हैं।
देश में भी यही मॉडल मेट्रो शहरों में अपनाया गया है और इसका लघु स्वरूप नॉन मेट्रो शहरों में अपनाया जाएगा। इस कारण इस क्षेत्र में न केवल रोजगार, बल्कि स्वयं की सेवा एजेंसी खोलने जैसे विकल्पों को ढूँढा जा सकता है।