जब आपसे इंटरव्यू के समय एम्प्लॉयर पूछे “tell me about yourself” तो आपको भी गुस्सा आता होगा क्योंकि आपने अपने रिज्यूम में अपने ही बारे में लिखा होता है। किसी भी जॉब, इंटर्नशिप या फ़ेलोशिप के लिए सबसे ज़रूरी होता है हमारा CV या रिज्यूमे। हम इस डॉक्यूमेंट में अपने बारे में सारी जानकारी संक्षिप्त रूप में देते हैं। आपने भी कई बार अपना या अपने दोस्त का रिज्यूम बनाया होगा। क्या आपने कभी सोचा है कि रिज्यूम और CV में अंतर क्या होता है? चलिए इस आर्टिकल के ज़रिए जानते हैं कि क्या है इन दोनों डॉक्यूमेंट में अंतर......
क्या है CV और Resume में अंतर?
CV(curriculum vitae) एक लैटिन शब्द है जिसका अर्थ है course of life जबकि रिज्यूम एक फ्रेंच शब्द है जिसका मतलब 'summary' है। दोनों ही डॉक्यूमेंट को किसी जॉब या एप्लीकेशन(application) के लिए दिया जाता है। अगर आप शैक्षिक और इंडस्ट्री दोनों पोजीशन के लिए प्रिपेयर कर रहे हैं तो आपको CV और रिज्यूम दोनों देने होंगे।
CV आपके पूरी एजुकेशन बैकग्राउंड(background) को दिखाता है और इसकी लेंथ आप पर निर्भर करती है। दूसरी ओर रिज्यूम आपकी क्वालिफिकेशन(qualification) और स्किल्स को दर्शाता है जिसमें आपका किसी कंपनी का एक्सपीयरेंस होता है। रिज्यूम की लेंथ 1-2 पेज तक ही होनी चाहिए।
जो व्यक्ति फ़ेलोशिप, पीएचडी, टीचिंग, रिसर्च या हायर लेवल स्टडी के लिए जाना चाहता है वो अपना CV अप्लाई करता है। साथ ही ग्रेजुएट स्टूडेंट्स से भी CV मांगा जाता है क्योंकि वो फ्रेशर होते हैं। रिज्यूम कॉर्पोरेट कंपनी या किसी इंडस्ट्री के लिए मांगा जाता है। रिज्यूम में आपका प्रीवियस एक्सपीयरेंस(previous expirence) होना ज़रूरी है।
रिज्यूम का फॉर्मेट
आपकी स्किल्स
किसी इंडस्ट्री, संस्था या पब्लिक सेक्टर के लिए रिज्यूम बनाया जाता है।
2 पेज से ज़्यादा लंबा रिज्यूमे नहीं होना चाहिए।
आपके एक्सपीरयंस के बारे में लिखा होना चाहिए।
CV का फॉर्मेट
आपकी एजुकेशन
किसी एजुकेशन इंस्टिट्यूट, फ़ेलोशिप, रिसर्च के लिए CV बनाया जाता है।