आदित्य चोपड़ा : क्या मिलेगा रानी का साथ?

आदित्य का जन्म 21.5.1971 को रेवती नक्षत्र एवं प्रीति योग में हुआ। इस योग ने आर्थिक सुख प्रदान किया। जन्म के समय सूर्य की स्थिति ने दीर्घसूत्री बनाया। सूर्य की स्थिति से ही स्त्री के चक्कर में भी रहे।

आदित्य को चंद्र ने आर्थिक सुख दिया। चंद्र ही आदित्य को फिल्मी दुनिया में लाया। चंद्र की स्थिति के कारण ही रानी मुखर्जी आदित्य के जीवन में आई।

आदित्य की कुंडली में मंगल धनभाव में विराजमान है। अत: मंगल ने आर्थिक-भौतिक सुख दिया। परंतु यही मंगल निर्दयी स्वभाव भी देता है, अत: इन्हें गुस्से पर नियंत्रण रखना चाहिए।

बुध भी आदित्य को सर्वसुख देता है। कुंडली में गुरु की स्थिति से पत्नी में अलगाव की नौबत आई। इधर शुक्र आर्थिक सुख तो देता है परंतु यह आदित्य को रानी-मुखर्जी से दूर भी करा सकता है। अत: आदित्य को शुक्र की शांति कराना चाहिए।

शनि राजयोग देता है। शनि नेत्र संबंधी तकलीफ दे सकता है। राहु एवं केतु भी आदित्य को शुभ फल देते हैं। आदित्य का रानी मुखर्जी से साथ दांपत्य सफल होने में तकलीफ आ सकती है। अत: आदित्य को नवग्रह शांति विशेषकर शुक्र की शांति अवश्य कराना चाहिए ।

आदित्य का जन्म बुध की महादशा में हुआ जिसका भोग्यकाल 14 वर्ष 10 माह 18 दिन रहा। वर्तमान में 09.04.2013 से सूर्य की महादशा प्रारंभ हुई है जो 09.04.2019 तक चलेगी। सूर्य की महादशा में सूर्य की ही अंतर्दशा चल रही है, जो 27.07.2013 तक चलेगी।

आदित्य का जून ठीक रहेगा। जुलाई-अगस्त में तकलीफ आ सकती है। सितंबर अच्छा रहेगा। अक्टूबर-नवंबर कुछ विशेष लाभ वाले रहेंगे। दिसंबर भी अच्छा रहेगा। जनवरी 2014 में मानसिक परेशानी आ सकती है।

साथ ही अपने वालों से मनमुटाव की स्थिति बन सकती है। फरवरी में सुधार रहेगा। मार्च-अप्रैल समस्या से बाहर होकर नए रास्ते पाने वाले रहेंगे।

वेबदुनिया पर पढ़ें