एआर रहमान: 2013 तक का समय उत्तम

IFM
रहमान वे संगीतकार है जो कम उम्र में ही अपनी का‍बिलियत का लोहा मनवा चुके हैं।

सूर्य कुंडली के अनुसार धनु लग्न और मिथुन राशि में जन्में रहमान का जन्म 6 जनवरी 1966 में हुआ था। लग्न में सूर्य-बुध की युति तथा सप्तम में गुरु-चंद्र युति है जो उच्च अभिरूचि, ऊँची सोच व विविधता के योग बनाती है। धनु लग्न होना इन्हें अति आदर्शवादी और जरा अडि़यल भी बनाता है। लग्नेश व सप्तमेश स्थान परिवर्तन योग बना रहे हैं। जो शुभ है।

शुक्र द्वितीय भाव में है जो वाणी की मधुरता, गायन वादन में रूचि व कल्पनाश‍ीलता देता है। यह शुक्र कम उम्र में सफलता का द्योतक है। शनि तृतीय भाव में स्वगृही है जो ऐश्वर्य व पराक्रम का प्रतीक है। राहु की स्थिति शत्रुनाशक है, वहीं केतु आध्यात्म व ईश्वर से जुड़ाव का संकेत देता है। इसलिए रहमान के संगीत में अलौकिक अनुभूति उपस्थित है। मंगल की वाणी भाव में स्थिति वाणी की कटुता व अति स्पष्‍टवादिता भी देती है।

वर्तमान में रहमान (2000) से शनि की महादशा से गुजर रहे हैं। शनि धनेश व पराक्रमेश होकर स्वगृही है अत: लाभ तो निश्‍चित ही कराएँगे। भाग्य पर इसकी दृष्‍टि प्रसिद्धि व लोकप्रियता की कारक है। शनि में शुक्र का अंतर 10 सितंबर था। आने वाले समय में रहमान द्वारा और अच्छे संगीत का सृजन होगा, कम परिश्रम में ही अच्छे फल मिलेंगे। राष्‍ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति-पुरस्कार प्राप्त होंगे। कल्पनाशक्ति का विस्तार होगा। लीक से हटकर सृजन करने का प्रयास करेंगे, जिसे सराहना भी मिलेगी।

कुल मिलाकर 2013 तक का समय रहमान के लिए बेहद अच्छा है। यदि स्वास्थ्य की परेशानियों पर नियंत्रण पा लिया गया, तो बाकी अवसरों की कमी नहीं है।

वेबदुनिया पर पढ़ें