बाल कलाकार से फिल्मी सफर की शुरुआत करने वाली कोंकणा सेन शर्मा का जन्म 3 दिसंबर 1979 में धनु लग्न कर्क नवांश दिल्ली में हुआ। धनु लग्न में जन्म होने से जातक भव्य, आत्मविश्वासी, प्रभावशाली तथा गम्भीर व्यक्तित्व का स्वामी होता है।
ऐसे जातक के स्वभाव में आगे बढ़ने की बलवती भावना होती है। इनमें आगे बढ़ने की तीन दिशाए हो सकती हैं - भौतिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक। लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मन सदैव चेष्टाकुल रहेगा। ज्ञान संबंधी विषयों, गहन मनन-चिंतन और जीवन की सात्विकता-आदर्शवादिता तथा सार्थक सत्य में विशेष अभिरूचि होगी। ईश्वर में जातक की दृढ़ आस्था होगी। दर्शन, विज्ञान, कानून, साहित्य एवं अन्य कलाओं में रुचि होगी।
जातक की बुद्धि तार्किक तथा सरल व तीव्र जिज्ञासा से युक्त होगी। जातक में गुणात्मक विचार बड़ी तेजी से उठेंगे तथा मन रचनात्मक कार्यों में व्यस्त रहेगा।
WD
किसी भी जातक को कला के क्षेत्र में तभी उत्तम सफलता मिलती है जब उस जातक की पत्रिका में पंचम भाव बलवान हो।
आपके जन्म के समय मंगल जो कि पंचम भाव मनोरंजन का कारक भाव व विद्या का भी कारक होकर लग्नेश गुरु के साथ होकर नवमं भाग्य भाव में राहु से युक्त है और यही कारण आपको फिल्मों में काम करने की सफलता तो मिलती है, लेकिन ज्यादा उत्तम नहीं।
लग्नेश व पंचमेश की युति लक्ष्मीनारायण योग बना रही है, जो आय के साधन को बरकरार रखेगी। राशि वृषभ है जिसका स्वामी शुक्र लग्न में है व लग्न का स्वामी भाग्य में है, इसी कारण से आप बाल कलाकार के रूप में फिल्मों में रही।
भाग्य का स्वामी व्यय द्वादश भाव में होने से आप दिल्ली छोड़ मुम्बई नगरी में आ गई और वृषभ राशि व उसका स्वामी शुक्र लग्न में होने से माया नगरी मुम्बई में ही सफलता मिली।
प्रसिद्धि भाव चतुर्थ का स्वामी, गुरु नवमं भाग्य में राहु से पीडि़त है और यही वजह अधिक फिल्में ना मिलने की भी रही। अभी गुरु का गोचरी भ्रमण पंचम मनोरंजन भाव से हो रहा है, जिसका फायदा आपको अवश्य मिलेगा।
आपको उत्तम क्वॉलिटी का पुखराज व मूंगा धारण करने पर सफलता के अधिक मार्ग खुलेंगे।