दूसरे शब्दों में लग्न का स्वामी मंगल उच्च का होकर दशम पिता तथा व्यापार भाव में है। इसीलिए उन्हें फिल्म के व्यवसाय में में पिता का बैकग्राउंड काम आया। पंचम भाव (मनोरंजन का कारक) का भावाधिपति सूर्य नवम यानी भाग्य भाव में गुरु की राशि में है अत: भाग्य का आपको भरपूर साथ मिला।