प्रीति जिंटा का जन्म सुकर्म योग में 31 जनवरी 1975 को हुआ है। उस समय सूर्य जिस राशि पर परिभ्रमण कर रहा था, उसने प्रीति को फिल्मी दुनिया में अच्छी उन्नति दी एवं अपने कार्य को विचार करके करने की सोच प्रदान की।
कुंडली में चंद्र की स्थिति ने प्रीति को साहसी बनाया साथ ही भाग्योदय किया। आज जिस स्थान पर प्रीति जिंटा है, वह भी चंद्र के कारण है।
कुंडली में मंगल धनु राशि अर्थात गुरु की राशि में विराजमान है जिसने प्रीति को ख्याति दिलाई। बुध ने भी सब सुख वाला भाग्य दिया। जन्म के समय गुरु शनि की राशि कुंभ में भ्रमण कर रहा था, जिसने जिंटा को आर्थिक सुख के साथ भौतिक सुख भी दिया।
शुक्र ने शारीरिक सुन्दरता प्रदान की। शनि सामान्य फल दे रहा है। राहु एवं केतु कष्ट दे सकते हैं, अत: दोनों ग्रहों की शांति प्रीति को अवश्य कराना चाहिए।
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प्रीति का जन्म सूर्य की महादशा में हुआ है, जिसका भोग्यकाल 1 वर्ष 12 माह 30 दिन रहा। 1.3.2012 से गुरु की महादशा चल रही है, जो 1.3.2028 तक चलेगी। गुरु की महादशा में वर्तमान में गुरु की अन्तर्दशा 19.4.2014 तक चलेगी। गुरु की महादशा में गुरु की अन्तर्दशा चल रही है एवं गुरु की अन्तर्दशा में 4 फरवरी 2013 से केतु की प्रत्यंतर दशा लगेगी, जो 18.3.2013 तक चलेगी।
प्रीति के लिए फरवरी 2013 अच्छा नहीं रहेगा। मार्च-अप्रैल कुछ नया मोड़ लेकर आएगा। मई-जून आर्थिक लाभ को बढ़ाने वाले रहेंगे। जुलाई मध्यम रहेगा।अगस्त में चोट या दुर्घटना की स्थिति हो सकती है, अत: ध्यान दें। सितंबर-अक्टूबर ठीक रहेगा, नवंबर पुन: भाग्योदय वाला रहेगा, दिसंबर में नए ऑफर आएंगे।
प्रीति को पुखराज-पन्ना का संयुक्त लॉकेट पहनना चाहिए। अपने कार्य को बहुत सोचकर करना चाहिए। साथ ही शक्ति एवं गणेशजी की आराधना करते रहना चाहिए।