मुलायमसिंह यादव पिछली असफलता झेलने के बाद एक बार फिर मैदान में हैं। इनका जन्म 2 नवंबर 1939 को शाम 5:30 बजे इटावा में हुआ। जन्म के समय कर्क लग्न व मिथुन राशि उदित थी।
मंगल और गुरु दो ग्रह कारक बनकर कुंडली को बल दे रहे हैं। मंगल उच्च का होकर लग्न पर पूर्ण दृष्टि डाल रहा है जो अति साहसी व उच्चाकांक्षी बनाता है। साथ ही वाणी भाव पर दृष्टि से वाणी को कठोर बनाता है। भाग्य में स्वराशिस्थ गुरु क्रमश: लग्न तृतीय व पंचम भाव पर दृष्टि रखकर अनुकूलता प्रदान कर रहा है।
सूर्य व शनि की दृष्टि जोड़-तोड़ की राजनीति करने, अपने सिद्धांतों से समझौता करने व मानसिक अस्थिरता तथा वर्ग विशेष का विरोध पाने का संकेत देती है।
चुनाव के आधार पर देखें तो यादव अभी शुक्र की महादशा से गुजर रहे हैं जो विशेष फलदायक नहीं है, हाँ गुरु का प्रत्यंतर कुछ मदद अवश्य कर सकता है।
गोचर की स्थिति देखें तो 1 मई के बाद गुरु कुंभ में आएगा जो मूल पत्रिका से व्यय में है। साथ ही राहु व शनि भी कुछ विशेष मददगार नहीं रह पाएँगे। अत: कुल मिलाकर सामूहिक जीत के झंडे गाड़ना तो संभव ही नहीं है, गुरु की मदद से जीत मिली भी तो कोई विशेष उपलब्धि मिलना मुश्किल ही लगता है।
यादव को भी जनता का प्यार पाने की कोशिश करना चाहिए। अनर्गल टीका-टिप्पणी से बचना चाहिए व गरीब बच्चों की शिक्षा में योगदान देना चाहिए ताकि गुरु ग्रह प्रसन्न रहें।