Chhath Puja 2021 : 4 दिनों तक चलते वाले छठ पर्व की शुरुआत नहाय खाय से होती है। इसके बाद इसके बाद खरना, फिर सांध्य अर्घ्य और अंत में उषा अर्घ्य देकर पारण करते हैं। 8 नवंबर को नहाय खाय मनाया गया और अब खरना (Kharna) मनाएंगे। खरना को लोहंडा भी कहते हैं। आओ जानते हैं कि क्या होता है खरना।
खरना ( Chhath Puja 2021 Kharna) :
1. खरना में महिलाएं नित्यकर्म से निवृत्त होकर साफ वस्त्र पहनती हैं और नाक से माथे के मांग तक सिंदूर लगाती हैं।
4. प्रसाद के रूप में गन्ने के रस या गुड़ में बनी खीर चढ़ाई जाती है। इसके अलावा पूड़िया, ठेकुआ (Thekua), खजूर बनाया जाता है।
6. लोग उन घरों में जाकर प्रसाद ग्रहण करते हैं, जिन घरों में पूजा होती है।
7. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को खरना मनाया जाता है। खरना में दिन भर व्रत के बाद व्रती रात को पूजा के बाद गुड़ से बनी खीर खाकर उसके बाद से 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू करते हैं।