क्यों नहीं हुआ मतदान

राजनांदगांव। मोहला-मानपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत दो मतदान केंद्रों मोहड़ और बूटाकसा में किसी भी मतदाता द्वारा मतदान नहीं किए जाने को लेकर निर्वाचन आयोग ने फिर जानकारी तलब की है। जिले के विधानसभा क्षेत्रों में 14 नवंबर को हुए मतदान में उक्त दोनों केंद्रों में किसी भी मतदाता ने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया। ग्रामीणों ने इस क्षेत्र में बनने वाले मोहड़ जलाशय के विरोध में मतदान का बहिष्कार किया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मोहला-मानपुर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र क्रमांक 26 मोहड़ में 291 पुरूष व 300 महिला मतदाताओं को मिलाकर कुल 591 मतदाता हैं। बूटाकसा के केंद्र क्रमांक 27 में 171 पुरूष और 167 महिला मतदाता हैं। दोनों केंद्रों में एक भी मतदाता वोट डालने नहीं पहुँचा था। मतदान के दिन दल पूरे समय केंद्र पर मौजूद रहे थे। उपजिला निर्वाचन अधिकारी धर्मवीर शर्मा ने बताया कि मतदान की रिपोर्ट भेजने के बाद दोबारा इन केंद्रों में जीरो मतदान की वजह पूछी गई है। शर्मा ने बताया कि यहाँ के ग्रामीणों द्वारा जलाशय निर्माण के विरोध में बहिष्कार की जानकारी भेजी गई है।

डौंडीलोहारा विधानसभा क्षेत्र में आने वाले दुर्ग जिले के केंद्रों में भी मतदान का बहिष्कार हुआ। वे गांव भी मोहड़ जलाशय के निर्माण से प्रभावित हो रहे हैं। दरअसल इसी विस क्षेत्र के दो मतदान केंद्रों दोरदे व मूचर में पोलिंग पार्टियों ने पहुँचे बगैर मतदान होने के तथ्य प्रस्तुत कर दिए थे। शिकायतों से मामला गरमाया तो प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने गांवों तक पहुँचकर खुद जांच की। इस जांच में खुलासा हो गया कि पोलिंग पार्टियों ने खुद ही मतदान कर फर्जी आंकड़े प्रस्तुत किए।

इसके चलते 11 अधिकारी-कर्मचारी न केवल निलंबित किए गए बल्कि 9 के खिलाफ एफआईआर हुई जिसमें 8 गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इस फर्जीवाड़े के कारण उक्त केंद्रों पर 25 नवंबर को पुनर्मतदान कराया गया। माना जा रहा है कि इसी प्रकरण के चलते इस क्षेत्र के मोहड़ व बूटाकसा मतदान केंद्र में जीरो परसेंट मतदान के कारणों को जानने आयोग ने फिर जानकारी तलब की है।

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