बिलासपुर। आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद भी बीएसएनएल निर्वाचन कार्यालय को पिछले नौ दिनों से ब्राडबैंड कनेक्शन के लिए अपने इशारों में नचा रहा है। कनेक्शन नहीं मिलने से ऑनलाइन मतगणना की तैयारी अटक गई है। निर्वाचन आयोग ने इस मामले में गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए कलेक्टर को तत्काल कार्रवाई कर सूचित करने के निर्देश दिए हैं।
पहली बार निर्वाचन आयोग ऑनलाइन मतगणना कराने जा रहा है। इसमें आम लोगों और निर्वाचन आयोग को नेट के माध्यम से ही प्रत्येक चक्र में प्रत्याशियों को मिलने वाली मतों की जानकारी हो सकेगी। इसे शुरू करने के लिए निर्वाचन कार्यालय की सबसे पहली आवश्यकता ब्राडबैंड कनेक्शन है।
इसके लिए 20 नवंबर से निर्वाचन अधिकारी लगातार प्रयास कर रहे हैं, लेकिन 29 नवंबर तक उन्हें बीएसएनएल के अधिकारियों ने कनेक्शन नहीं दिया है। इधर ब्राडबैंड कनेक्शन नहीं मिलने के कारण निर्वाचन तत्काल का काम अटक गया है। पहली बार शुरू हो रही इस नई व्यवस्था का इस समय ट्रॉयल किया जाना था।
इधर ट्रॉयल नहीं होने और तय कार्यक्रम से पीछे रहने के कारण निर्वाचन आयोग ने भी पूरे मामले को गंभीरता से लिया है। कलेक्टर को इस संबंध में जिम्मेदारी तय करते हुए कड़ी कार्रवाई करने व पूरे मामले की जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं। आयोग से कड़ा पत्र आने के बाद निर्वाचन अधिकारी फिर कनेक्शन लेने के लिए दोबारा जुट गए हैं। कनेक्शन मिलने में देरी होने पर बीएसएनएल के अधिकारी आयोग के निशाने पर आ सकते हैं।
तीन ब्राडबैंड कनेक्शन और दो एसटीडी कनेक्शन के लिए 20 नवंबर से बीएसएनएल के अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं। देरी हमारी ओर से नहीं हुई है। अब तक कनेक्शन क्यों नहीं मिला, इसका जवाब बीएसएनएल के अधिकारी ही दे सकते हैं। - अरविंद यादव, डीआईओ, एनआईसी (नईदुनिया)