Bihar Coronavirus Update : बिहार में 2762 नए मामले सामने आए, संक्रमितों का आंकड़ा 57270 पहुंचा
रविवार, 2 अगस्त 2020 (23:38 IST)
पटना। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद पटना जिले में 460 समेत बिहार में कोरोना संक्रमण के 2762 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में कुल पॉजिटिव लोगों की संख्या बढ़कर 57270 हो गई जबकि 10 संक्रमितों की मौत हो गई वहीं 1164 व्यक्ति स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को जारी 1 अगस्त की स्वाब सैंपल जांच रिपोर्ट के हवाले से बताया कि पटना जिले में सबसे अधिक 460 व्यक्ति पॉजिटिव हुए हैं। इसके बाद भागलपुर में 170, वैशाली में 131, नालंदा में 119, रोहतास में 117, सहरसा में 94, गया में 91, कटिहार में 90, पूर्वी चंपारण और समस्तीपुर में 83-83, मधुबनी में 81, पूर्णिया में 80, गोपालगंज में 75, खगड़िया में 74 और सारण में 72 लोग कोविड-19 का शिकार हुए हैं।
इसी तरह बेगूसराय जिले में 69, दरभंगा में 67, बक्सर में 66, सीतामढ़ी में 62, मुजफ्फरपुर और सीवान में 59-59, औरंगाबाद में 53, सुपौल में 51, भोजपुर में 50, मुंगेर में 46, पश्चिम चंपारण में 45, जहानाबाद में 44, कैमूर में 37, नवादा और शेखपुरा में 36-36, मधेपुरा में 33, अररिया, बांका और जमुई में 29-29, अरवल में 14, शिवहर में 7 तथा लखीसराय में चार लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं।
इनमें से झारखंड के देवघर, दुमका एवं पलामू के एक-एक और रांची के दो व्यक्ति तथा उत्तरप्रदेश में लखीमपुर के 1 व्यक्ति का सैंपल पटना में लिया गया।
विभाग ने बताया कि बिहार में पिछले 24 घंटे के दौरान 1164 संक्रमितों के ठीक होने से राज्य में अब तक कुल 36637 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। इस तरह प्रदेश में लोगों के स्वस्थ होने की दर 63.97 प्रतिशत है। वर्तमान में कोरोना के 20310 एक्टिव मामले हैं। राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान 35619 सैंपल की जांच की गई। इस तरह अब तक 6 लाख 12 हजार 415 लोगों के सैंपल की जांच हो चुकी है।
बिहार के अलग-अलग जिले में 10 संक्रमितों की मौत की पुष्टि के बाद राज्य में संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 322 हो गई है। मृतकों में कैमूर में सबसे अधिक तीन, रोहतास में दो तथा बक्सर, गया, पटना, सारण और सुपौल में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व पटना जिले में संक्रमण से सबसे अधिक 44 लोग जान गंवा चुके हैं। भागलपुर में 30, गया में 21, रोहतास में 17, नालंदा में 16, मुंगेर में 15, मुजफ्फरपुर और पूर्वी चंपारण में 13-13, भोजपुर में 12, बेगूसराय, दरभंगा, पश्चिम चंपारण समस्तीपुर और सारण में 10-10, सीवान में आठ, अररिया, नवादा और वैशाली में सात-सात, जहानाबाद और खगड़िया में पांच-पांच, औरंगाबाद, कैमूर, किशनगंज, पूर्णिया और सीतामढ़ी में चार-चार, बक्सर, कटिहार और लखीसराय में तीन-तीन, अरवल, बांका और मधुबनी में दो-दो तथा गोपालगंज, जमुई, मधेपुरा, सहरसा, शेखपुरा, शिवहर और सुपौल में एक-एक संक्रमित व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
पटना के कलेक्टर कोरोना संक्रमित : राजनेता, स्वास्थ्यकर्मी और पुलिसकर्मी के बाद शनिवार को पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि के भी कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिलाधिकारी रवि ने बुखार, सर्दी जुकाम और गले में दर्द के बाद अपने स्वाब सैंपल की जांच कराई, जिसकी रिपोर्ट आज पॉजिटिव आई है। तबीयत खराब होने के कारण रवि शुक्रवार को ही उप विकास आयुक्त (डीडीसी) को प्रभार देकर अवकाश पर चले गए थे।
18 घंटे पड़ा रहा शव : बिहार में दरभंगा जिले के दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (डीएमसीएच) के आइसोलेशन वार्ड में पिछले शुक्रवार को एक कोरोना संक्रमित का शव 18 घंटे तक पड़े रहने के मामले में जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए शव रखने के लिए 4 आइस बॉक्स उपलब्ध कराने के साथ ही कई अन्य निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने इस आशय की खबर जारी होने के बाद मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए अस्पताल में शव रखने के लिए रविवार को चार आइस बॉक्स अस्पताल के अधीक्षक को उपलब्ध कराए हैं। अस्पताल में एक कमरा चिह्नित कर शव रखने का वैकल्पिक इंतजाम भी किया गया है।
कोरोना योद्धाओं को प्रोत्साहन राशि : कोरोना संक्रमण से मुकाबला कर रहे स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक एवं कर्मियों को एक माह के मूल वेतन के समतुल्य प्रोत्साहन राशि दिए जाने की स्वीकृति आज राज्य सरकार ने दे दी है।
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर किए जा रहे कार्यों के संबंध में रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक एवं कर्मियों को एक माह के मूल वेतन के समतुल्य प्रोत्साहन राशि दिए जाने की घोषणा की थी।
आज उसकी स्वीकृति दे दी गई है। कुमार ने कहा कि इस पर कुल 252.54 करोड़ रुपए की राशि का व्यय होगा। इससे फ्रंटलाइन वर्कर, चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मियों का मनोबल काफी बढ़ेगा और इसका अच्छा असर देखने को मिलेगा। (वार्ता)