शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से शहर के मोती तबेला इलाके में रहने वाले 54 वर्षीय पुरुष ने महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) में आखिरी सांस ली। उसे 29 मार्च को अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्होंने बताया कि मरीज को पिछले 2 दिन से सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी। उसे पिछले 15 दिन से बुखार आ रहा था। हालांकि उसे सर्दी-खांसी की समस्या नहीं थी।
अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से दम तोड़ने वाली महिला मधुमेह और थायराइड से पहले ही पीड़ित थी। उसने पिछले दिनों कोई यात्रा नहीं की थी। इस बात का पता नहीं चल सका है कि क्या वह किसी कोरोना वायरस संक्रमित के संपर्क में आई थी? अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित दोनों मरीजों ने गुरुवार सुबह आधे घंटे के अंतराल में दम तोड़ा।
अब तक मिली रिपोर्टों के मुताबिक सूबे में कुल 98 लोग कोरोना वायरस संक्रमण की जद में आए हैं। इनमें इंदौर के सर्वाधिक 75 मरीज शामिल हैं। इसके अलावा जबलपुर के 8, उज्जैन के 6, भोपाल के 4 और शिवपुरी एवं ग्वालियर के 2-2 मरीजों और खरगोन के 1 मरीज में भी कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है।
राज्य में इस महामारी से संक्रमित होने के बाद इलाज के दौरान दम तोड़ने वाले 8 मरीजों में इंदौर के 5, उज्जैन के 2 और खरगोन का 1 मरीज शामिल हैं। प्रदेश के पश्चिमी हिस्से से ताल्लुक रखने वाले इन लोगों को अन्य बीमारियां भी थीं।