उल्लेखनीय है कि 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से 4 लोगों का एक परिवार जयपुर आया था। उसी दिन इस परिवार से 5 लोगों ने मुलाकात की थी। 3 नवंबर को यह सभी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद इनके सेंपल जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए पुणे भेजे गए थे। 5 दिसंबर को सभी 9 लोगों के ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।
ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए राजस्थान में स्वास्थ्य विभाग सर्तक नजर आ रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य में प्रतिदिन 1 लाख सैंपल लेने के निर्देश दिए हैं। सार्वजनिक स्थलों जैसे भीड़-भाड़ वाले बाजार, मंडियों, बस स्टैंड, रेलवे स्टैंड और पर्यटक स्थलों और स्कूलों में रैंडम सैंपलिंग भी की जा रही है।