श्रम विभाग के आंकड़ों के अनुसार अब तक 3.86 करोड़ लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। इसके अलावा 22 लाख लोगों ने नए संघीय कार्यक्रम के तहत सहायता मांगी है। यह कार्यक्रम स्वरोजगार करने वाले, ठेकेदारों और अस्थायी कर्मचारियों के लिए है, जो अब पहली बार बेरोजगारी लाभ लेने के पात्र हैं।