अमित शाह ने दिल्ली के सभी कोविड अस्पतालों के लिए नए निर्देश दिए
मंगलवार, 16 जून 2020 (00:13 IST)
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को दिल्ली के मुख्य सचिव को राष्ट्रीय राजधानी के प्रत्येक अस्पताल के कोविड-19 (COVID-19) वार्ड में उचित निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाने और संक्रमित मरीजों को बिना किसी रुकावट के खाद्य सामग्री मुहैया कराने के लिए वैकल्पिक कैंटीन बनवाने का निर्देश दिया।।
शाह ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व में भारत कोविड-19 महामारी से संकल्पबद्ध और सामूहिक रूप से लड़ रहा है और केंद्र सरकार 'हमारे जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए' कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।
शाह ने यहां लोकनायक जयप्रकाश नारायण (LNJP) अस्पताल का बिना पूर्व कार्यक्रम के दौरा कर कोविड-19 से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की।
शाह ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई के जरिए मानवता की सेवा में लगे डॉक्टरों और नर्सों की मनो-सामाजिक काउंसलिंग किए जाने का भी सुझाव दिया। एलएनजेपी दिल्ली सरकार का अस्पताल है और उसे समर्पित कोविड-19 अस्पताल घोषित किया गया है।
गृह मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि गृह मंत्री ने दिल्ली के मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वे हर कोरोना वायरस-नामित अस्पताल के कोविड-19 वार्डों में सीसीटीवी कैमरे लगवाएं, ताकि उचित निगरानी हो सके और रोगियों की समस्याओं का समाधान किया जा सके।
शाह ने मुख्य सचिव को वैकल्पिक कैंटीन स्थापित करने का भी निर्देश दिया ताकि एक कैंटीन में संक्रमण होने पर मरीजों को बिना किसी व्यवधान के भोजन मिलता रहे।
अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्री ने अस्पताल के सम्मलेन कक्ष में वरिष्ठ चिकित्सकों से मुलाकात की, जिन्होंने उन्हें अस्पताल में उपचाराधीन मरीजों, वहां हुई मरीजों की मौत और मरीजों की भर्ती प्रक्रिया समेत कई अन्य चीजों की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि शाह ने अस्पताल में कोविड-19 के मरीजों की मौत, उनके ठीक होने की दर और अन्य विषयों पर जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कोविड-19 रोगियों के उपचार के माध्यम से मानवता की सेवा में लगे डॉक्टरों और नर्सों की मनो-सामाजिक काउंसलिंग भी की जानी चाहिए।
बयान के मुताबिक, शाह ने कहा कि ऐसा करने से वे न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मनोवैज्ञानिक रूप से भी महामारी से लड़ने के लिए फिट रह पाएंगे।
एलएनजेपी अस्पताल में गृह मंत्री का यह दौरा कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे मामलों को लेकर चिंताओं के बीच दो दिनों में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, और दिल्ली के 3 नगर निगमों के महापौर और आयुक्तों तथा विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक के बाद हुआ है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से राष्ट्रीय राजधानी में अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के लिए बेड की अनुपलब्धता और प्रयोगशालाओं में जांच करवाने में होने वाली कठिनाइयों समेत कई मुद्दों को लेकर दिल्ली सरकार की काफी आलोचना हो रही है, जिसके बाद हालत बिगड़ते देख गृह मंत्री शाह ने खुद कमान संभाली।
शाह ने रविवार को कहा था कि दो दिनों में राजधानी में जांच दो गुना बढ़ाने और फिर तीन गुना बढ़ाने तथा निजी अस्पतालों में 60 प्रतिशत बिस्तर कम दर पर तथा कोरोना वायरस के इलाज का शुल्क तय करने समेत कई उपायों की घोषणा की।
बैजल और केजरीवाल के साथ बैठक के बाद शाह ने कहा कि निषिद्ध क्षेत्रों में हर मतदान केंद्र पर कोविड-19 की जांच शुरू की जाएगी और हॉटस्पॉट क्षेत्रों में संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के लिए घर-घर जाकर व्यापक सर्वेक्षण किया जाएगा।
दिल्ली में कोरोना वायरस से 41,000 से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और इससे अब तक 1,300 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। संक्रमितों की संख्या के मामले में दिल्ली देश में महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद तीसरे स्थान पर है। (भाषा)