उनकी मौत शनिवार को निजाम्स इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई। उन्हें 19 जनवरी को टीके की खुराक दी गई थी। मंचिर्याल जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एम नीरजा ने बताया, वह उच्च रक्तचाप की मरीज थीं तथा फेफड़े की बीमारी से भी जूझ रही थीं।
हमारा मानना है कि उनकी मौत टीका लगने की वजह से नहीं हुई।सुशीला की हालत बिगड़ने पर इस अस्पताल में दो दिन पहले ही भर्ती किया गया था। इसी बीच तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ई. राजेंद्र ने कहा कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों को टीके के संबंध में परामर्श देने और उनकी आशंकाओं को दूर करने के लिए एक व्यवस्था बनाई है।(भाषा)