संयुक्त राष्ट्र/जिनेवा। दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में कोविड-19 के आंकड़े मई माह में चरम पर पहुंच गए थे, लेकिन बीते 1 महीने से संक्रमण के मामलों की संख्या लगभग स्थिर बनी हुई है। इसकी प्रमुख वजह है कि भारत में मामले स्थिर हैं, जबकि बीते 1 महीने में इंडोनेशिया तथा म्यांमार में संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आ रही है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोविड-19 महामारी विज्ञान की साप्ताहिक अद्यतन जानकारी 10 अगस्त को जारी की जिसमें बताया गया कि दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में कोरोनावायरस संक्रमण के 7,99,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं, जो इससे पहले के हफ्ते के मुकाबले 5 फीसदी कम हैं हालांकि क्षेत्र के कई देशों में मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। श्रीलंका में संक्रमण के नए मामलों में 26 फीसदी और थाईलैंड में 20 फीसदी वृद्धि हुई है।
इसमें बताया गया कि क्षेत्र में मृत्युदर में तेजी से हुई वृद्धि के बाद अब 7 हफ्तों में पहली बार मौत के साप्ताहिक आंकड़ों में कमी आई है। इसकी वजह यह है कि इस सप्ताह मालदीव और म्यांमार में मरने वालों की संख्या कम हुई है। 1 सप्ताह में संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या कई देशों में बढ़ी है। थाईलैंड में यह वृद्धि 47 फीसदी, नेपाल में 35 फीसदी और थाईलैंड में 30 फीसदी है।
क्षेत्र में संक्रमण के सर्वाधिक नए मामले भारत (2,78,631 नए मामले, प्रति 1,00,000 में 20.2 नए मामले, 2 फीसदी की कमी), इंडोनेशिया (2,25,635 नए मामले, प्रति 1,00,000 में 82.5 नए मामले, 18 फीसदी की कमी) और थाईलैंड (1,41,191 नए मामले, प्रति 1,00,000 में 202.3 नए मामले, 20 फीसदी की वृद्धि) से सामने आए। क्षेत्र में संक्रमण के कारण मौत के सर्वाधिक मामले इंडोनेशिया (मौत के 11,373 नए मामले, 4.2 मौत प्रति 1,00,000; 9 फीसदी की कमी), भारत (मौत के 3,511 नए मामले, 0.3 मौत प्रति 1,00,000; 8 फीसदी की कमी) और म्यांमार (मौत के 2,045 नए मामले, 3.8 मौत प्रति 1,00,000; 22 फीसदी की कमी) से सामने आए।
दुनियाभर में कोरोनावायरस के अल्फा स्वरूप के मामले 185 देशों व क्षेत्रों में सामने आए। डेल्टा स्वरूप के 142 देशों में, बीटा स्वरूप के 136 देशों में और गामा स्वरूप के मामले 81 देशों में सामने आए हैं। अपडेट में बताया गया कि 5 अगस्त तक, विश्वभर में संक्रमण के कुल मामले 20 करोड़ के पार चले गए। महज 6 महीने पहले दुनियाभर में संक्रमण के कुल मामले 10 करोड़ पर पहुंचे थे।(भाषा)