वहीं ‘सीरो-प्रिवलेंस’ (जनसंख्या में रोगियों का स्तर, जैसा कि रक्त सीरम में मापा जाता है) दोनों सर्वेक्षणों में पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थोड़ा अधिक रहा। स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों में दोनों सर्वेक्षणों में ‘सीरो-प्रेवलेंस’ करीब 27 प्रतिशत था।
सर्वेक्षण बीएमसी, नीति आयोग और टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (टीआईएफआर) द्वारा किया गया। मुंबई देश में कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित शहरों में से एक है। यहां अभी तक संक्रमण के 2 लाख से अधिक मामले सामने ओ चुके हैं और करीब 9000 लोगों की इससे मौत हुई है। (भाषा)