ऐसी रिपोर्ट आ रही हैं कि कोविड-19 के मामले बढ़ने और लॉकडाउन लगने की आशंका में प्रवासी मजदूर बड़ी संख्या में अपने गांवों की तरफ जाने लगे हैं। सूरत डायमंड एसोसिएशन के मुताबिक, सूरत शहर में 3000 के करीब छोटे और बड़े हीरा कारोबारियों द्वारा पांच लाख कर्मचारियों को काम पर रखा गया है।
उन्होंने कहा कि अब तक डायमंड पॉलिश उद्योग पर इसका कोई असर नहीं है।हीरे कटिंग और उसे पालिश करने वाले ज्यादातर उद्यमों में कामकाज जारी है। थोड़े-बहुत मजदूर गए हैं जैसे ही स्थिति सामान्य होगी वह भी लौट आएंगे। बहरहाल, अब तक हीरा उद्योग पर प्रवासी मजदूरों के पलायन का कोई असर नहीं है।(भाषा)